अर्थव्यवस्था / वित्त वर्ष 2021-22 में 9.3% की दर से बढ़ेगी भारत की जीडीपी: मूडीज़

वित्त वर्ष 2020-21 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.3% गिरावट के बाद मंगलवार को मूडीज़ ने कहा कि 2021-22 में भारत की जीडीपी 9.3% की दर से वृद्धि कर सकती है। इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 में यह 7.9% की दर से वृद्धि करेगी। बकौल मूडीज़, लंबी अवधि में वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6% रह सकती है।

Vikrant Shekhawat : Jun 01, 2021, 03:56 PM
नई दिल्ली: मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने मंगलवार को मार्च, 2022 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर ( India's GDP growth) 9.3 फीसद रहने का अनुमान जताया है। वहीं, रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2023 में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.9 फीसद रहने का अनुमान लगाया है।

रेटिंग एजेंसी Moody's Investors Service ने कहा, 'देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन प्रतिबंधों को फिर से लागू करने से आर्थिक गतिविधियां धीमी पड़ेगी, लेकिन हम महामारी की पहली लहर के समय पड़े गंभीर प्रभाव की उम्मीद दोबारा नहीं कर रहे हैं।'

रेटिंग एजेंसी ने आगे कहा, 'हमें अप्रैल-जून तिमाही में आर्थिक गतिविधियों में गिरावट आने की उम्मीद है। इसके बाद रिकवरी आएगी। इसके परिणामस्वरूप मार्च, 2022 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में वास्तविक, मुद्रास्फीति-समायोजित जीडीपी वृद्धि दर 9.3 फीसद रहने की उम्मीद है। वहीं, वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी वृद्धि दर 7.9 फीसद रहने की उम्मीद है।'

यहां बता दें कि सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा सोमवार को देश के जीडीपी के आंकड़े जारी किए गए। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में देश की विकास दर 1.6 फीसद पर रही। लेकिन वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की अर्थव्यवस्था में 7.3 फीसद का संकुचन दर्ज किया गया।

मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019-20 में देश की विकास चार फीसद पर रही थी। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में GDP 38.96 लाख करोड़ रुपये पर रही। वित्त वर्ष 2019-20 की मार्च तिमाही में GDP 38.33 लाख करोड़ रुपये पर रही। यह सालाना आधार पर 1.6 फीसद की वृद्धि को दिखाता है।