अर्थव्यवस्था / भारत की जीडीपी में 2020-21 में संभवत: 7.3% की गिरावट आई: एसबीआई

एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की जीडीपी में संभवत: करीब 7.3% की गिरावट आई है। रिपोर्ट के अनुसार, "हमारे 'नाउकास्टिंग मॉडल' के तहत वित्त वर्ष 21 की चौथी तिमाही में विकास दर 1.3% रहेगी।" वहीं, 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी में ₹6 लाख करोड़ तक की बेहद कम हानि का अनुमान है।

Vikrant Shekhawat : May 26, 2021, 03:16 PM
नई दिल्ली: देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में 1.3 प्रतिशत रहेगी। एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट इकोरैप में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते पूरे वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में करीब 7.3 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) मार्च तिमाही तथा 2020-21 के लिए जीडीपी का शुरुआती अनुमान 31 मई को जारी करेगा। 

भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने स्टेट बैंक इंस्टिट्यूट ऑफ लीडरशिप (एसबीआईएल), कोलकाता के साथ सहयोग में ‘नाउकास्टिंग मॉडल’ विकसित किया है, जो औद्योगिक गतिविधि, सेवा गतिविधि और वैश्विक अर्थव्यवस्था के 41 उच्च चक्रीय संकेतकों पर आधारित है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 1.3 प्रतिशत की वृद्धि दर के अनुमान के आधार पर भारत 25 देशों में 5वीं सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगा। इन 25 देशों ने ही अपने जीडीपी के आंकड़े जारी किए हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारे ‘नाउकास्टिंग मॉडल’ के अनुसार चौथी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 1.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। एनएसओ ने चौथी तिमाही में एक प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी में करीब 7.3 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। पहले उसने पूरे वित्त वर्ष में 7.4 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था।