देशनोक / करणी माता मंदिर में हुई अखंड दीपक की स्थापना, 500 किलो घी के साथ डेढ़ साल तक जलता रहेगा

बीकानेर जिले के देशनोक कस्बे में करणी माता मंदिर में गुरुवार को सबसे बड़े अखंड दीपक की स्थापना की गई। दावा किया जा रहा है कि चांदी का बना ये दीपक दुनिया में सबसे बड़ा है। जिसमें करीब 450 से 500 किलो घी डाला जाता है। जो करीब डेढ़ साल तक जलता रहेगा। जिसे करणी माता के भक्त मोनी बाबा द्वारा मंदिर को भेंट किया गया है। यह दीपक बुधवार को मंदिर में पहुंचा। जिसको देखने के लिए दिन भर यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।

Dainik Bhaskar : Jan 03, 2020, 12:53 PM
बीकानेर | जिले के देशनोक कस्बे में करणी माता मंदिर में गुरुवार को सबसे बड़े अखंड दीपक की स्थापना की गई। दावा किया जा रहा है कि चांदी का बना ये दीपक दुनिया में सबसे बड़ा है। जिसमें करीब 450 से 500 किलो घी डाला जाता है। जो करीब डेढ़ साल तक जलता रहेगा। जिसे करणी माता के भक्त मोनी बाबा द्वारा मंदिर को भेंट किया गया है।

करणी माँ नवरात्रि स्पेशल: सप्तमी में होती है चूहों वाली माँ की पूजा

करणी मंदिर निजी प्रन्यास के अध्यक्ष  गिरिराज सिंह बारहठ ने ने बताया कि यह अखंड दीपक चांदी का बना हुआ है। जिसे माता के भक्त मोनी बाबा द्वारा करणी माता मंदिर को भेंट किया गया है। यह दीपक बुधवार को मंदिर में पहुंचा। जिसको देखने के लिए दिन भर यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। आज सुबह 11:15 बजे मन्दिर के आचार्य नरेंद्र कुमार मिश्र द्वारा इस दीपक की स्थापना मन्दिर में की गई।

जानिए क्यों प्रसिद्ध है बीकानेर जिले में स्थित करणी माता मंदिर

कच्चे सूत की खास लौ बनाई गई

दीपक बनाने वाले अरुण सोनी, गोपाल सोनी ने बताया कि यह दुनिया का सबसे बड़ा दीपक है। इस दीपक में एक बार में 450-500 किलो घी की मात्रा डाली जा सकती है। जो कि अखंड रूप से एक डेढ़ साल तक जलता रहेगा। सोनी के अनुसार इस दीपक की लौ(बती) भी एक विशेष प्रकार की बनाई गई है। उन्होंने बताया कि इसके लिए कच्चे सूत की विशेष लौ(बती) बनाई गई है। इस दीपक को 14 महीने तथा नियमित रूप से 15 कारीगरों द्वारा कार्य करके बनाया गया है। घी को गर्म करने के लिए टाइटेनियम की रॉड बनी हुई है, जो घी को निरंतर गर्म रखेगी।