Pushpa 2 Movie: सिनेमाई जगत में आए दिन किसी न किसी फिल्म को लेकर विवाद उठते रहते हैं, और इस बार सुकुमार द्वारा निर्देशित फिल्म
'पुष्पा 2: द रूल' विवादों के घेरे में आ गई है। करणी सेना के प्रमुख राजपूत नेता
राज शेखावत ने फिल्म पर क्षत्रिय समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाया है।
फिल्म पर आरोप और धमकी
राज शेखावत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर फिल्म में 'शेखावत' शब्द के उपयोग पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "फिल्म में 'शेखावत' को एक नकारात्मक किरदार के रूप में दिखाकर क्षत्रिय समुदाय का अपमान किया गया है। यह हमारी संस्कृति और परंपराओं पर हमला है।"फिल्म में
फहद फासिल ने भंवर सिंह शेखावत नामक खलनायक की भूमिका निभाई है, जो विवाद का केंद्र बन गया है। राज शेखावत ने फिल्म निर्माताओं से इस शब्द को हटाने की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो करणी सेना निर्माताओं के खिलाफ आक्रामक कदम उठा सकती है।
करणी सेना का कड़ा रुख
राज शेखावत ने अपने बयान में कहा, "यह पहली बार नहीं है जब सिनेमा ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर क्षत्रियों का अपमान किया है। हमारी सहनशीलता को कमजोरी न समझा जाए। करणी सेना तैयार है, और यदि जरूरत पड़ी, तो हम निर्माताओं के घरों में घुसकर कार्रवाई करेंगे।"हालांकि, अभी तक फिल्म के निर्माताओं या अभिनेता फहद फासिल की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
पुष्पा 2: बॉक्स ऑफिस पर धमाल
विवाद के बावजूद,
'पुष्पा 2: द रूल' बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ सफलता हासिल कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म ने रिलीज के पहले दिन 294 करोड़ रुपये की वैश्विक कमाई की, जो कि हिंदी फिल्म
'जवान' और
'आरआरआर' के पहले दिन के कलेक्शन से भी ज्यादा है।महज चार दिनों में फिल्म ने 800 करोड़ रुपये की कमाई का आंकड़ा पार कर लिया है, जिससे यह भारतीय सिनेमा की सबसे तेज़ी से कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल हो गई है।
फिल्म की कहानी और कलाकार
'पुष्पा 2' में
अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका में हैं, जो 'पुष्पा राज' के किरदार को जीवंत करते हैं।
रश्मिका मंदाना और
फहद फासिल भी अहम भूमिकाओं में हैं। फिल्म का पहला भाग लाल चंदन की तस्करी की कहानी पर आधारित था, और दूसरा भाग उसी कहानी को आगे बढ़ाता है।
क्या होगा विवाद का अंजाम?
करणी सेना का विरोध बॉलीवुड और टॉलीवुड फिल्मों के लिए नया नहीं है। हालांकि, 'पुष्पा 2' की जबरदस्त सफलता इस बात का संकेत देती है कि दर्शक इन विवादों से प्रभावित हुए बिना फिल्म का आनंद ले रहे हैं।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि फिल्म निर्माता करणी सेना की मांगों को स्वीकार करते हैं या इस विवाद का सामना करने का साहस दिखाते हैं।