Vikrant Shekhawat : Aug 29, 2023, 09:53 PM
Chandrayaan 3 Mission: चंद्रमा पर ऑक्सीजन की खोज हो गई है. जीवन के लिए सबसे जरूरी माने जाने वाले इस तत्व को हमारे प्रज्ञान रोवर ने चांद पर खोज निकाला है. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने मंगलवार को बताया कि प्रज्ञान रोवर के जरिए चांद पर ऑक्सीजन मौजूद होने की पुष्टि हुई है. प्रज्ञान रोवर में लगे ‘लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप’ (LIBS) डिवाइस के जरिए ऑक्सीजन खोजा गया. रोवर ने चांद के साउथ पोल के करीब सल्फर मौजूद होने की पुष्टि भी की है.इसरो की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया कि चंद्रयान-3 के प्रज्ञान रोवर में लगे LIBS डिवाइस के जरिए साउथ पोल पर चांद की सतह की संरचना की पहली बार जांच की गई. इस दौरान साउथ पोल पर सल्फर (S) मौजूद होने की पुष्टि भी हुई है. इसरो ने कहा कि रोवर के स्पेक्ट्रोस्कोप ने उम्मीद के मुताबिक एल्यूमीनियम (A), कैल्शियम (C), आयरन (Fe), क्रोमियम (Cr), टाइटेनियम, मैंगनीज, सिलिकॉन और ऑक्सीजन का पता लगाया. फिलहाल हाइड्रोजन की खोज जारी है.
कैसे हुई ऑक्सीजन की खोज?भारतीय स्पेस एजेंसी के बयान में कहा गया, LIBS एक साइंटिफिक तकनीक है, जिसके जरिए किसी मटैरियल पर लेजर पल्स से टारगेट कर उसका विश्लेषण किया जाता है. जबरदस्त ऊर्जा वाली लेजर पल्स मटैरियल की सतह के एक हिस्से पर फोकस करती है. ये मटैरियल कोई चट्टान या मिट्टी भी हो सकती है. इस दौरान लेजर पल्स बहुत ज्यादा गर्मी और प्लाज्मा पैदा करती है, जो मटैरियल की बनावट बनाती है.जब लेजर पल्स का इस्तेमाल होता है, तो प्लाज्मा लाइट पैदा होती है, जिन्हें डिटेक्टर्स के जरिए डिटेक्ट किया जाता है. दरअसल, हर मटैरियल के प्लाज्मा वाली अवस्था में जाने पर एक खास तरह की लाइट निकलती है, जिसके आधार पर ये बताया जाता है कि उस मटैरियल में कौन-कौन से तत्व हैं. इस पूरी प्रक्रिया के जरिए ही चांद के साउथ पोल की मिट्टी में ऑक्सीजन, सल्फर जैसे तत्वों को खोजा गया है.रोवर ने भेजा मैसेजप्रज्ञान रोवर ने मंगलवार को चंद्रमा से पृथ्वी पर एक मैसेज भी भेजा. इस मैसेज में उसने बताया कि वह चंद्रमा पर किस हाल में है. प्रज्ञान रोवर ने कहा कि हैलो पृथ्वीवासियों, मैं प्रज्ञान रोवर बात हूं. मुझे उम्मीद है कि आप सब लोग पृथ्वी पर ठीक होंगे. मैं चांद के अनसुलझे राज को खोलने के लिए निकल रहा हूं. अभी मैं और मेरा दोस्त विक्रम लैंडर कॉन्टैक्ट में हैं. हम दोनों यहां ठीक हैं. जल्द ही आपको अच्छी चीजों की जानकारी मिलेगी. इसके साथ प्रज्ञान रोवर की एक तस्वीर भी शेयर की गई.Chandrayaan-3 Mission:
— ISRO (@isro) August 29, 2023
In-situ scientific experiments continue .....
Laser-Induced Breakdown Spectroscope (LIBS) instrument onboard the Rover unambiguously confirms the presence of Sulphur (S) in the lunar surface near the south pole, through first-ever in-situ measurements.… pic.twitter.com/vDQmByWcSL