देश / रविशंकर व जावड़ेकर समेत कुल 12 केंद्रीय मंत्रियों ने दिया इस्तीफा, सूची जारी

राष्ट्रपति भवन ने केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार से पहले इस्तीफा देने वाले 12 मंत्रियों की सूची जारी की है जिनमें रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, हर्षवर्धन, रमेश पोखरियाल, संतोष गंगवार और सदानंद गौड़ा शामिल हैं। सूची में कर्नाटक के राज्यपाल बने थावरचंद गहलोत के साथ बाबुल सुप्रियो, रतन लाल कटारिया और प्रताप चंद्र सारंगी का नाम भी शामिल है।

Vikrant Shekhawat : Jul 07, 2021, 06:34 PM
नई दिल्ली: मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार से पहले एक दर्जन से अधिक मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी गई है। एक तरफ जहां स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से अहम मंत्रालय छीन लिया गया है तो सरकार को आईटी व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी इस्तीफा देना पड़ा है। रविशंकर प्रसाद से ऐसे समय पर इस्तीफा लिया गया है, जब उनके मंत्रालय ने नए आईटी नियमों को लागू किया था, जिसको लेकर ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों से सरकार का टकराव चल रहा था। ऐसे में इनके इस्तीफे से विश्लेषक भी हैरान हैं। मोदी मंत्रिमंडल से कुल 12 मंत्रियों का इस्तीफा हुआ है।

रविशंकर प्रसाद और  प्रकाश जावड़ेकर को जहां कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है तो हर्षवर्धन से स्वास्थ्य मंत्रालय छीन लिया गया है। राष्ट्रपति सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, ''प्रधानमंत्री के सुझाव पर भारत के राष्ट्रपति ने मंत्रिपरिषद के 12 सदस्यों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।'' जिन मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार किया गया है, उनमें सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार शामिल है। रविशंकर प्रसार के पास कानून मंत्रालय के साथ साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय था जबकि जावड़ेकर पर्यावरण मंत्रालय के साथ साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया। इससे पहले, सूत्रों ने बताया कि निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है । निशंक अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) में दोबारा भर्ती होना पड़ा था।

सूत्रों के अनुसार डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। डॉ. हर्षवर्धन खुद एक डॉक्टर हैं और उनके पास स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार था। गौड़ा ने भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि और रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं।