17 साल तक बंगला-2 में रहे / सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल ने खाली किया बंगला, बोले- 10 हजार रुपए रोज पैनल्टी नहीं दे सकता

जयपुर । राज्यसभा सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने शुक्रवार काे एसएमएस हॉस्पिटल के सामने वाली राेड पर बंगला नंबर-2 खाली करना शुरू कर दिया। यहां का आधा सामान वे मानसराेवर एसएफएस स्थित आवास पर भेज चुके हैं। डाॅ. मीणा ने बंगला यह कहते हुए खाली कर दिया कि आए दिन लोग सीएम अशाेक गहलाेत काे विधायक बंगले काे लेकर शिकायत करते हैं और वाे नहीं चाहते कि मेरी वजह से किसी काे नीचे देखना पड़े।

Vikrant Shekhawat : Jun 27, 2020, 07:01 AM

जयपुर  राज्यसभा सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने शुक्रवार काे एसएमएस हॉस्पिटल के सामने वाली राेड पर बंगला नंबर-2 खाली करना शुरू कर दिया। यहां का आधा सामान वे मानसराेवर एसएफएस स्थित आवास पर भेज चुके हैं।

डाॅ. मीणा ने बंगला यह कहते हुए खाली कर दिया कि आए दिन लोग सीएम अशाेक गहलाेत काे विधायक बंगले काे लेकर शिकायत करते हैं और वाे नहीं चाहते कि मेरी वजह से किसी काे नीचे देखना पड़े। सरकार 10 हजार रुपए रोज जुर्माने का नियम बना चुके, वे राेजाना 10 हजार रुपए नहीं चुका सकते हैं।

डाॅ. मीणा पिछले 17 साल से इस बंगले में निवास कर रहे थे। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की पहली सरकार में वर्ष 2003 में यह बंगला अलॅाट किया गया था। उस समय राजे सरकार में मीणा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री थे। इसके बाद गहलोत सरकार में डाॅ. किरोड़ीलाल मीना की पत्नी गाेलमा देवी मंत्री रही थी, उस हैसियत से यह बंगला उनके पास रहा था। 

इसी बंगले से डाॅ. मीणा ने एनपीपी पार्टी का संचालन किया था। वर्ष 2018 में वे अपने साथी विधायकाें के साथ बीजेपी में चले गए और राज्यसभा सांसद बने। अब दोनों पति-पत्नी राजस्थान विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। बंगला खाली करते ही राजनीतिक गलियारों में एक चर्चा है कि उनका केंद्र में कद बढ़ सकता है। एसटी आयाेग का चेयरमैन बनाने से लेकर माेदी सरकार में मंत्री पद की चर्चा है।

विवाद; नरपत सिंह राजवी के आवास पर भी हैं सवाल

पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी ने सिविल लाइंस स्थित सरकारी बंगले को अभी तक खाली नहीं किया है। वे जुर्माना भी भर रहे हैं। राजवी जिस बंगले में रह रहे हैं वो पूर्व सीएम और पूर्व उपराष्ट्रपति भैंरोसिंह शेखावत को आवंटित था। वैसे तो राजवी विधायक हैं, लेकिन यह बंगला मंत्रियों के लिए है। इस बंगले को सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को आवंटित किया जा चुका है।