Vikrant Shekhawat : Apr 11, 2021, 06:58 AM
जयपुर। राजस्थान ( Rajasthan) में पुजारी शंभू शर्मा ( Shambhu Sharma) मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। इस मामले में शनिवार को आठवां दिन भी गुजर गया। सुबह सवेरे शंभू की डेड बॉडी ( dead body) को डीप फ्रीजर में शिफ्ट कर दिया गया। दोपहर में सरकार के साथ बातचीत की उम्मीद जगी जब पुलिस के अधिकारी सरकार का संदेश लेकर आये। संभावना थी कि सचिवालय में अफसरों के साथ बातचीत में मामले का हल निकल जायेगा, मगर दिन ढलते -ढलते बातचीत की तमाम संभावनाएं धूमिल हो गईं।
किरोड़ी रामचरण बोहरा और अरूण चतुर्वेदी सरकार के संदेश का इंतजार ही करते रह गये। इस बीच किरोड़ी ने सरकार को दिन में आईना दिखाने की कोशिश की। उन्होंने लालटेन यात्रा का आयोजन किया। भरी दोपहरी में किरोड़ी हाथ में लालटेन लेकर सिविल लाइंस फाटक से सी स्कीम की तरफ बढने लगे पर पुलिस ने बेरीकेटिंग कर किरोड़ी और उनके समर्थकों को रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ तीखी नोक झोंक हुई। दोनों ही पक्षों में जोर आजमाइश देखने को मिली। किरोड़ी पुलिस प्रशासन पर आग बबूला होते दिखे।इस दौरान एक महिला के पैर में हल्की चोट आ गई। किरोड़ी इसके बाद वापस धरना स्थल लौट आये मगर देर शाम तक सरकार की ओर से बातचीत की कोई पहल होती नहीं दिखी, न किरोड़ी समेत दूसरे नेताओं को कोई संदेश मिला।
किरोड़ी बोले मैं बातचीत को तैयारकिरोड़ी ने कहा कि मैं मंत्री की मौजूदगी की जिद पर नहीं हूं, सरकार बात तो करे कम से कम। सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है। वो बात ही नहीं करना चाहती। वो हमें थकाना चाहती है। मेरी सरकार को झुकाने की कोई मंशा नहीं है। अरूण चतुर्वेदी ने किरोड़ी की ही बात को आगे बढाते हुए कहा कि हम सिर्फ पुजारियों के लिए ठोस कानून चाहते हैं, ताकि मंदिर माफी की जमीनों के मामले में अपराध न हों। सैंकड़ों पुजारियों की हत्या हो चुकी है। शंभू पुजारी की मौत के जिम्मेदार लोगों पर ठोस कार्यवाही होनी चाहिए।
किरोड़ी रामचरण बोहरा और अरूण चतुर्वेदी सरकार के संदेश का इंतजार ही करते रह गये। इस बीच किरोड़ी ने सरकार को दिन में आईना दिखाने की कोशिश की। उन्होंने लालटेन यात्रा का आयोजन किया। भरी दोपहरी में किरोड़ी हाथ में लालटेन लेकर सिविल लाइंस फाटक से सी स्कीम की तरफ बढने लगे पर पुलिस ने बेरीकेटिंग कर किरोड़ी और उनके समर्थकों को रोक दिया। इस दौरान पुलिस के साथ तीखी नोक झोंक हुई। दोनों ही पक्षों में जोर आजमाइश देखने को मिली। किरोड़ी पुलिस प्रशासन पर आग बबूला होते दिखे।इस दौरान एक महिला के पैर में हल्की चोट आ गई। किरोड़ी इसके बाद वापस धरना स्थल लौट आये मगर देर शाम तक सरकार की ओर से बातचीत की कोई पहल होती नहीं दिखी, न किरोड़ी समेत दूसरे नेताओं को कोई संदेश मिला।
किरोड़ी बोले मैं बातचीत को तैयारकिरोड़ी ने कहा कि मैं मंत्री की मौजूदगी की जिद पर नहीं हूं, सरकार बात तो करे कम से कम। सरकार हठधर्मिता पर अड़ी है। वो बात ही नहीं करना चाहती। वो हमें थकाना चाहती है। मेरी सरकार को झुकाने की कोई मंशा नहीं है। अरूण चतुर्वेदी ने किरोड़ी की ही बात को आगे बढाते हुए कहा कि हम सिर्फ पुजारियों के लिए ठोस कानून चाहते हैं, ताकि मंदिर माफी की जमीनों के मामले में अपराध न हों। सैंकड़ों पुजारियों की हत्या हो चुकी है। शंभू पुजारी की मौत के जिम्मेदार लोगों पर ठोस कार्यवाही होनी चाहिए।