NavBharat Times : Aug 04, 2020, 04:25 PM
लंदन: जिंदगीभर अंग्रजों के दमन और उपनिवेशवाद के खिलाफ 'सत्याग्रह' करने वाले भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर अब ब्रितानी मुद्रा पाउंड पर नजर आएगी। महात्मा गांधी पहले ऐसे अश्वेत व्यक्ति होंगे जिनकी तस्वीर पाउंड पर छपने जा रही है। जिस ब्रिटिश सरकार के सूरज का कभी अस्त नहीं होता था, उसके ताकत और वैभव का प्रतीक कहे जाने वाली मुद्रा पर बापू की तस्वीर छपना एक ऐतिहासिक घटना माना जा रहा है।
संडे टेलिग्राफ अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सिक्कों के डिजाइन और उनके विषयवस्तु पर सलाह देने वाली द रॉयल मिंट एटवाइजरी कमिटी ने बापू के तस्वीर वाले सिक्के के डिजाइन पर काम करना शुरू कर दिया है। इस ऐतिहासिक घटना के मुख्य सूत्रधार ब्रिटेन के वित्तमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक हैं। उन्होंने अश्वेत और अल्पसंख्यक नस्लों के लोगों के आधुनिक ब्रिटेन के निर्माण में मदद देने वाले लोगों के काम को मान्यता देने के अभियान का समर्थन किया है।वी टू बिल्ट ब्रिटेन अभियान का नेतृत्व करने वाली जेहरा जैदी को लिखे पत्र में ऋषि सुनक ने कहा, 'अश्वेत, एशियाई और अन्य नस्ली अल्पसंख्यक समुदाय ने ब्रिटेन की साझा संस्कृति के विकास में शानदार योगदान किया है।' महात्मा गांधी पहले ऐसे अश्वेत व्यक्ति होंगे जिनकी तस्वीर ब्रिटेन की मुद्रा पर नजर आएगी।' जेहरा जैदी ने ऋषि सुनक के सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है।ब्रिटेन के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वित्तमंत्री ऋषि सुनक ने रॉयल मिंट एडवाइजरी कमिटी को पत्र लिखकर अश्वेत, एशियाई और अन्य नस्ली अल्पसंख्यक समुदाय के योगदान को ब्रिटिश सिक्कों में मान्यता देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि कमिटी वर्तमान समय में महात्मा गांधी का अभिनंदन करने के लिए एक सिक्का जारी करने जा रही है।' विशेषज्ञों की यह स्वतंत्र कमिटी ब्रिटेन के वित्तमंत्री को सिक्कों के विषयवस्तु और डिजाइन की सिफारिश करती है।बता दें कि वर्ष 1869 में जन्मे बापू ने ने आजीवन अहिंसा का समर्थन किया और इसी हथियार के बल पर भारत को वर्ष 1947 में आजादी दिलाई। इसीलिए उनके जन्मदिन 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। बापू की 30 जनवरी, 1948 को हत्या कर दी गई थी। बापू ने भी दक्षिण अफ्रीका में भी अंग्रेजों के दमन के खिलाफ आवाज उठाई थी। भारत में नोटों और सिक्कों पर काफी पहले से ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर अंकित है।
संडे टेलिग्राफ अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सिक्कों के डिजाइन और उनके विषयवस्तु पर सलाह देने वाली द रॉयल मिंट एटवाइजरी कमिटी ने बापू के तस्वीर वाले सिक्के के डिजाइन पर काम करना शुरू कर दिया है। इस ऐतिहासिक घटना के मुख्य सूत्रधार ब्रिटेन के वित्तमंत्री भारतीय मूल के ऋषि सुनक हैं। उन्होंने अश्वेत और अल्पसंख्यक नस्लों के लोगों के आधुनिक ब्रिटेन के निर्माण में मदद देने वाले लोगों के काम को मान्यता देने के अभियान का समर्थन किया है।वी टू बिल्ट ब्रिटेन अभियान का नेतृत्व करने वाली जेहरा जैदी को लिखे पत्र में ऋषि सुनक ने कहा, 'अश्वेत, एशियाई और अन्य नस्ली अल्पसंख्यक समुदाय ने ब्रिटेन की साझा संस्कृति के विकास में शानदार योगदान किया है।' महात्मा गांधी पहले ऐसे अश्वेत व्यक्ति होंगे जिनकी तस्वीर ब्रिटेन की मुद्रा पर नजर आएगी।' जेहरा जैदी ने ऋषि सुनक के सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है।ब्रिटेन के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वित्तमंत्री ऋषि सुनक ने रॉयल मिंट एडवाइजरी कमिटी को पत्र लिखकर अश्वेत, एशियाई और अन्य नस्ली अल्पसंख्यक समुदाय के योगदान को ब्रिटिश सिक्कों में मान्यता देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि कमिटी वर्तमान समय में महात्मा गांधी का अभिनंदन करने के लिए एक सिक्का जारी करने जा रही है।' विशेषज्ञों की यह स्वतंत्र कमिटी ब्रिटेन के वित्तमंत्री को सिक्कों के विषयवस्तु और डिजाइन की सिफारिश करती है।बता दें कि वर्ष 1869 में जन्मे बापू ने ने आजीवन अहिंसा का समर्थन किया और इसी हथियार के बल पर भारत को वर्ष 1947 में आजादी दिलाई। इसीलिए उनके जन्मदिन 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। बापू की 30 जनवरी, 1948 को हत्या कर दी गई थी। बापू ने भी दक्षिण अफ्रीका में भी अंग्रेजों के दमन के खिलाफ आवाज उठाई थी। भारत में नोटों और सिक्कों पर काफी पहले से ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर अंकित है।