महाराष्ट्र / नवाब मलिक के दामाद ने 'झूठे आरोपों' को लेकर फडणवीस को भेजा कानूनी नोटिस, मांगे ₹5 करोड़

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान ने 'मानहानिकारक और झूठे आरोप' लगाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को कानूनी नोटिस भेजकर ₹5 करोड़ हर्जाना मांगा है। नोटिस के अनुसार, फडणवीस ने समीर पर ड्रग्स रखने का आरोप लगाया था। खान ने 'मानसिक प्रताड़ना, यातना, वित्तीय नुकसान' और प्रतिष्ठा पर 'आघात' के लिए हर्जाना मांगा है।

Vikrant Shekhawat : Nov 11, 2021, 02:48 PM
मुंबई : एनसीपी (NCP) नेता और महाराष्ट्र सरकार नें मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के दामाद ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के खिलाफ मानहानि का नोटिस (Notice for Defamatory and False Allegation) दिया है. नवाब मलिक के दामाद समीर खान (Samir Khan) ने वरिष्ट भाजपा (BJP) नेता देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ मानहानि और झठे आरोप लगाने के बाद मानसिक प्रताड़ना, पीड़ा और वित्तीय नुकसान के ऐवज में 5 करोड़ रुपये की मांग की है.

इस बीच नवाब मलिक ने गुरुवार को कहा, मेरी बेटी ने पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को कानूनी नोटिस भेजा है. फडणवीस ने आरोप लगाया था कि हमारे घर पर ड्रग्स मिली थी. अगर फडणवीस ने माफी नहीं मांगी तो हम उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे.

बता दें कि मंगलवार 9 नवंबर को महाराष्ट्र की बीजेपी और एनसीपी के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहा वाकयुद्ध अब ‘अंडरवल्र्ड लिंक’ तक जा पहुंचा. दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने मंगलवार को एक-दूसरे पर तीखा हमला बोला और इस बार यह ताजा वाकयुद्ध माफिया से कथित संबंधों और सौदों से जुड़ा है.

विधानसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहली बार हमला बोलते हुए करते हुए एनसीपी मंत्री नवाब मलिक पर कुर्ला में जमीन के एक प्रमुख भूखंड (प्लॉट) को लेकर फरार माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के दो करीबी सहयोगियों के साथ कथित सौदे का आरोप लगाया था.

16 साल पुराने सौदे के दस्तावेज मीडिया के सामने जारी करते हुए फडणवीस ने कहा था कि मलिक से जुड़ी एक कंपनी सॉलिडस इनवेस्टमेंट प्रा. लिमिटेड (एसआईपीएल) ने कुर्ला में एम. सलीम इशाक पटेल और सरदार शाहवली खान के साथ जमीन का लेन-देन पूरा किया, जो दाऊद के करीबी सहयोगी थे. बाद में एक अपराधी को मार्च 1993 के मुंबई सीरियल बम विस्फोटों में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी.

एक सक्षम राज्य या केंद्रीय प्राधिकरण से जांच की मांग करते हुए, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि कुर्ला में एलबीएस मार्ग पर कई करोड़ रुपये की प्रमुख भूमि मलिक से जुड़ी एसआईपीएल द्वारा खरीदी गई थी, जिस पर उनके बेटे फराज मलिक ने हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि यह करोड़ो की जमीन मुश्किल से 30 लाख रुपये में खरीदी गई थी.

देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि सलीम पटेल ही अंडरवल्र्ड डॉन और 1993 मुंबई ब्लास्ट के प्रमुख साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर का ड्राइवर, बॉडीगार्ड और फ्रंटमैन था और उसके पास पावर ऑफ अटॉर्नी (पीओए) भी है. बीजेपी नेता ने आगे कहा, “तो फिर मलिक को ऐसे व्यक्तियों के साथ व्यापार सौदा करने की क्या आवश्यकता थी, जिन्होंने मुंबई के लोगों की जान ली?”

फडणवीस पर पलटवार करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को ही ‘माफिया लिंक्स’ के आरोपों का खंडन किया और बीजेपी नेता पर ‘राई का पहाड़ बनाने’ (किसी बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करना) का प्रयास करने का आरोप लगाया.

मलिक ने फडणवीस के उन सनसनीखेज आरोपों को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि मलिक ने कथित तौर पर भगोड़े माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के दो गुर्गों के साथ औने-पौने दामों पर ‘जमीन सौदा’ किया है.

इस आरोपों का जवाब देते हुए नवाब मलिक ने कहा कि हमने किसी बम धमाके के आरोपी से जमीन नहीं खरीदी है. उन्होंने कहा, “मैंने सलीम पटेल नाम के शख्स से जमीन खरीदी थी. फडणवीस ने कहा कि मैंने जमीन खरीद ली और उसमें फर्जी किरायेदार रख लिए. लेकिन ऐसा नहीं है. वहां पर सोसायटी है. उसके पीछे जो जमीन है, वहां बड़े पैमाने पर झुग्गी झोपड़ियां हैं. वहां मेरा एक गोदाम है, वह जमीन लीज पर थी. उसी में हमारी चार दुकानें भी थीं.”