Jansatta : Nov 20, 2019, 06:13 PM
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के मुद्दे पर शहरी विकास मंत्रालय की संसदीय समिति की बैठक से गैरहाजिर रहने और इस मुद्दे पर अहम बहस से दूर रहने के सवालों पर मथुरा से बीजेपी सांसद हेमा मालिनी ने अजीबोगरीब तर्क दिया है। हेमा मालिनी ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि मुंबई में प्रदूषण का असर ज्यादा नहीं है, लिहाजा उन्हें इसका अंदाजा नहीं हो पाया। हेमा मालिनी ने कहा, “शायद जो लोग इससे (प्रदूषण) जुड़े (प्रभावित) हैं और यहां रह रहे हैं, वो (बैठक में) भाग ले रहे हैं। लेकिन, जो लोग बाम्बे जैसी दूसरी जगहों पर रहते हैं, वहां ऐसी समस्या नहीं है। लिहाजा, वह इसमें ज्यादा रुचि नहीं ले रहे। मुझे इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं है।गौरतलब है कि हेमा मालिनी और 21 अन्य सांसद, जिनमें दिल्ली से बीजेपी नेता गौतम गंभीर भी शामिल हैं, शहरी विकास मंत्रालय की संसदीय समिति द्वारा प्रदूषण के मामले पर बुलाई गई बैठक से नदारद रहे थे। गौरतलब है कि यह समिति शहरी इलाकों में पर्यावरण से संबंधित काम, जैसे- वेस्ट मैनेजमेंट, वायु प्रदूषण, स्वच्छ जल की चुनौती आदि मामले में पर संज्ञान लेता है। लेकिन, इस बैठक में सांसदों के नहीं पहुंचने पर काफी आलोचना हुई थी।गौरतलब है कि बीते दिनों में दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंचा है। कुछ दिनों पहले दिल्ली का AQI (Air Quality Index) स्तर 500 के ऊपर चला गया था। यह स्थिति बेहद गंभीर मानी जाती है। हैरान करने वाली बात यह भी है कि बीजेपी सांसद हेमा मालिनी के संसदीय क्षेत्र मथुरा की भी स्थिति प्रदूषण के मामले में बेहद खराब रहा है। यहां का AQI 170 के पार चला गया था।हालांकि, इस दौरान हेमा मालिनी ने मुद्दे की गंभीरता को मानते हुए कहा कि अब सभी बैठक में हिस्सा लेंगे और इसके लिए हमें काफी मेहनत करने की जरूरत होगी। एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, “हमें काफी मेहनत करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि सभी अब उपस्थित रहेंगे। हम इसको लेकर बेहद गंभीर हैं।”