Vikrant Shekhawat : Apr 01, 2021, 12:24 PM
नई दिल्ली। भारत के लिए 61 टेस्ट मैच खेल चुके सलामी बल्लेबाज मुरली विजय का आज 37वां जन्मदिन है। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने वाले मुरली विजय ने भारत के लिए कई यादगार टेस्ट पारियां खेली है। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 17 वनडे और नौ टी20 इंटरनेशनल मैच भी खेले हैं। हालांकि यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा सफल रहा। विजय की जिंदगी आसान नहीं रही है और उनके पिता को लगता था कि बेटा चपरासी बनेगा। आइये जानते हैं उनके निजी जिंदगी के कुछ दिलचस्प पहलू के बारे में।।। रली विजय (Murali Vijay) मिडिल क्लास परिवार में जन्मे थे। परिवार आर्थिक तौर पर कमजोर नहीं था लेकिन मुरली विजय जरूर पढ़ाई में कमजोर थे। उनका पढ़ने-लिखने में बिलकुल मन नहीं लगता था और 12वीं क्लास में वो फेल भी हो गए। बोर्ड एग्जाम में फेल होने के बाद मुरली विजय ने अपना घर छोड़ दिया। उनके परिवार को लगा कि फेल होने की वजह से मुरली विजय परेशान हो गए हैं और कहीं वो कुछ गलत कदम ना उठा लें लेकिन मुरली विजय का ये लक्ष्य नहीं था। मुरली विजय ने अपने माता-पिता को भरोसा दिलाते हुए कहा, घबराइए नहीं मैं आत्महत्या नहीं करूंगा। मैं अपने मुताबिक रहना चाहता हूं और खुद को पहचानना चाहता हूं।मुरली विजय ने अपने माता-पिता को भरोसा दिलाते हुए कहा, घबराइए नहीं मैं आत्महत्या नहीं करूंगा। मैं अपने मुताबिक रहना चाहता हूं और खुद को पहचानना चाहता हूं।घर छोड़ने के बाद मुरली विजय (Murali Vijay) दोस्तों के घर गए। कई बार वो चेन्नई YMCA और IIT क्रिकेट ग्राउंड में भी सोए। मुरली विजय क्रिकेट खेलते थे और इसके साथ-साथ वो खर्च चलाने के लिए स्नूकर पार्लर में काम करते थे। मुरली विजय के टैलेंट को टीम इंडिया के मौजूदा गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने पहचाना। अरुण ने मुरली विजय को चेन्नई क्रिकेट लीग खेलने का न्योता दिया, जहां उन्होंने सभी को प्रभावित किया। 21 साल की उम्र तक वो तमिलनाडु रणजी टीम में चुनने के लिए तैयार हो गए। लेकिन उनका सेलेक्शन नहीं हुआ, क्योंकि उनके बाल लंबे थे।
मुरली विजय ने इसके बावजूद आस नहीं खोई और 2006 में उन्होंने टेस्ट डेब्यू कर दिल्ली के खिलाफ पहली पारी में 59 रनों की अहम पारी खेली। इसके बाद मुरली विजय ने कभी पीछे नहीं देखा। मुरली विजय वनडे क्रिकेट में इतने सफल नहीं हो सके लेकिन आईपीएल में उनके नाम दो शतक हैं। टेस्ट क्रिकेट में इस बल्लेबाज ने 12 शतक जड़ा है।
मुरली विजय ने इसके बावजूद आस नहीं खोई और 2006 में उन्होंने टेस्ट डेब्यू कर दिल्ली के खिलाफ पहली पारी में 59 रनों की अहम पारी खेली। इसके बाद मुरली विजय ने कभी पीछे नहीं देखा। मुरली विजय वनडे क्रिकेट में इतने सफल नहीं हो सके लेकिन आईपीएल में उनके नाम दो शतक हैं। टेस्ट क्रिकेट में इस बल्लेबाज ने 12 शतक जड़ा है।