- भारत,
- 08-Mar-2025 10:09 AM IST
Musk-Trump News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैबिनेट मीटिंग में उस समय अप्रत्याशित माहौल बन गया जब टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क और विदेश मंत्री मार्को रूबियो के बीच तीखी बहस छिड़ गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों के बीच यह नोंकझोंक सरकारी एजेंसियों में कर्मचारियों की छंटनी को लेकर हुई, जिसे लेकर मस्क और रूबियो की राय एक-दूसरे से बिल्कुल अलग थी।
बहस का कारण – सरकारी कर्मचारियों की कटौती
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह बहस तब शुरू हुई जब मार्को रूबियो ने आरोप लगाया कि मस्क कर्मचारियों की कटौती को लेकर झूठ फैला रहे हैं। दूसरी ओर, मस्क ने इस नीति को अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी बताया। हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने सरकारी एजेंसियों में बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की थी, जिसके तहत हजारों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है।
बैठक में मौजूद सूत्रों के अनुसार, इस मुद्दे पर बहस इतनी बढ़ गई कि अमेरिकी परिवहन मंत्री भी इसमें शामिल हो गए और उन्होंने मस्क की राय का विरोध किया। इस दौरान ट्रंप मूकदर्शक बने रहे और बैठक का माहौल गर्माता चला गया।
ट्रंप का स्टाफिंग नीति पर बड़ा बयान
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कैबिनेट बैठक के दौरान ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया कि सरकारी एजेंसियों में स्टाफिंग और नीतिगत निर्णयों का अंतिम अधिकार उन्हीं के पास रहेगा, न कि किसी बाहरी व्यक्ति के पास। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका की नौकरशाही में गैर-जरूरी स्टाफ की अधिकता है, और इसे कम करना उनकी सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।
राष्ट्रपति ने हाल ही में कहा था कि अमेरिकी सरकार पर 36 लाख करोड़ डॉलर का कर्ज है और पिछले साल भी करोड़ों डॉलर का घाटा हुआ था, इसलिए कटौती अनिवार्य हो गई थी। इस बयान के बाद अमेरिका में कई सरकारी कर्मचारियों को निकाले जाने की प्रक्रिया तेज हो गई।
मस्क बनाम रूबियो – ट्रंप ने किया विवाद से इनकार
जब ट्रंप से इस विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "ऐसा कोई क्लैश नहीं हुआ। एलन और मार्को बहुत अच्छे से पेश आते हैं। दोनों ही शानदार काम कर रहे हैं। मार्को एक बेहतरीन विदेश मंत्री हैं और एलन एक अनोखे इनोवेटर हैं।"
हालांकि, व्हाइट हाउस के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि मस्क और रूबियो के बीच की यह बहस यह दर्शाती है कि प्रशासन के भीतर नीतिगत मामलों को लेकर मतभेद गहराते जा रहे हैं।
ट्रंप और जेलेंस्की के बीच भी बढ़ा तनाव
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप की किसी बैठक में तीखी बहस देखने को मिली हो। कुछ दिनों पहले व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और ट्रंप के बीच भी गर्मा-गर्म बहस हो गई थी।
ट्रंप ने जेलेंस्की से कहा था, "आपका रवैया समझौता करने वाला नहीं है। हमने आपको 350 अरब डॉलर और सैन्य उपकरण दिए हैं। अगर हमारी सहायता नहीं होती, तो यह युद्ध दो हफ्तों में ही खत्म हो जाता।"
इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन युद्ध विराम चाहता है, लेकिन पुतिन से कोई स्पष्ट गारंटी नहीं मिल रही। यह बातचीत अमेरिका की विदेश नीति के भीतर गहरे मतभेदों को दर्शाती है।
निष्कर्ष
ट्रंप प्रशासन के भीतर लगातार बढ़ रहे विवाद और सरकारी कर्मचारियों की कटौती जैसे बड़े फैसलों ने वाशिंगटन में हलचल मचा दी है। एलन मस्क और मार्को रूबियो के बीच की बहस इस बात का संकेत देती है कि प्रशासन के भीतर आर्थिक और नीतिगत विषयों पर असहमति बढ़ रही है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप इस स्थिति को कैसे संभालते हैं और सरकारी छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों के लिए क्या नई नीति अपनाई जाती है।