इंडिया / नासा ने भी माना इसरो का लोहा, कहा- चंद्रयान 2 मिशन ने हमें प्रेरित किया है

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसरो के अतंरिक्ष मिशन चंद्रयान 2 की सराहना की है। नासा की जारी बयान में कहा कि अंतरिक्ष मिशन कठिन होते है। हम इसरो के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उनके चंद्रयान 2 मिशन को उतारने के प्रयास की सराहना करते हैं। आपने हमें अपनी यात्रा से प्रेरित किया है और हम आपके साथ अपने सौर मंडल के बारे जानने के लिए भविष्य के अवसरों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

Live Hindustan : Sep 08, 2019, 06:29 AM
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसरो के अतंरिक्ष मिशन चंद्रयान 2 की सराहना की है। नासा की जारी बयान में कहा कि अंतरिक्ष मिशन कठिन होते है। हम इसरो के चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उनके चंद्रयान 2 मिशन को उतारने के प्रयास की सराहना करते हैं। आपने हमें अपनी यात्रा से प्रेरित किया है और हम आपके साथ अपने सौर मंडल के बारे जानने के लिए भविष्य के अवसरों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

वहीं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई)  स्पेस एजेंसी की ओर से  कहा गया कि चंद्रयान 2 से संपर्क टूटने पर हम अपनी ओर से इसरो का पूरा सहयोग करेंगे। साथ ही भारत के इस कदम ने साबित किया है कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत बड़ी भूमिका निभाएगा और नए आयाम स्थापित करेगा। 

आपको बता दें कि चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया। 'विक्रम ने 'रफ ब्रेकिंग और 'फाइन ब्रेकिंग चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन 'सॉफ्ट लैंडिंग से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया। इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं। इसरो अध्यक्ष के. सिवन इस दौरान कुछ वैज्ञानिकों से गहन चर्चा करते दिखे। उन्होंने घोषणा की कि 'विक्रम लैंडर को चांद की सतह की तरफ लाने की प्रक्रिया योजना के अनुरूप और सामान्य देखी गई, लेकिन जब यह 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था तो तभी इसका जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया। डेटा का अध्ययन किया जा रहा है।