चेन्नई / चंद्रयान-2 के लैंडर से संपर्क स्थापित करने में इसरो की मदद कर रही नासा: रिपोर्ट

एक रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि नासा अपने डीप स्पेस नेटवर्क के ज़रिए चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित करने में इसरो की मदद कर रही है। बतौर रिपोर्ट, इसके लिए नासा ने अपने जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी के ज़रिए विक्रम को रेडियो फ्रिक्वेंसी भेजी। लैंडर ने 7 सितंबर को चंद्रमा पर हार्ड-लैंडिंग की थी।

NDTV : Sep 13, 2019, 10:31 AM
चेन्नई: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अपने डीप स्पेस नेटवर्क (डीएसएन) के साथ भारत के चंद्रमा लैंडर तक सिग्नल भेजने व संपर्क स्थापित करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है. विक्रम लैंडर (Vikram Lander) से संपर्क करने के लिए अब नासा (NASA) भी इसरो की मदद कर रही है. इसरो के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) विक्रम को रेडियो सिग्नल भेज रही है.

इसरो के एक अधिकारी ने बताया, 'चंद्रमा के विक्रम के साथ संचार लिंक फिर से स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. यह प्रयास 20-21 सितंबर तक किए जाएंगे, जब सूरज की रोशनी उस क्षेत्र में होगी, जहां विक्रम उतरा है.' इसरो बेंगलुरु के पास बयालालू में अपने भारतीय डीप स्पेस नेटवर्क (आईडीएसएन) के जरिए विक्रम के साथ संचार स्थापित करने की कोशिश कर रहा है.

खगोलविद स्कॉट टायली ने भी ट्वीट कर विक्रम लैंडर से संपर्क स्थापित होने की प्रबल संभावना जताई है. टायली ने 2018 में अमेरिका के मौसम उपग्रह (वैदर सैटेलाइट) को ढूंढ निकाला था. यह इमेज सैटेलाइट नासा द्वारा 2000 में लॉन्च की गई थी, जिसके पांच साल बाद इससे संपर्क टूट गया था.