Vikrant Shekhawat : Jul 20, 2021, 09:02 AM
पटना: पेगासस फोन हैकिंग विवाद पर सोमवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। मामले में आगबबूला विपक्ष को लोकसभा में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब दिया। उन्होंने इस बारे में आई रिपोर्टों पर संदेह जताते हुए कहा कि संसद के मॉनसून सत्र से एक दिन पहले प्रेस रिपोर्टों का आना संयोग नहीं हो सकता है। वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी पेगासस रिपोर्ट पर बयान आया है। उन्होंने कहा कि नई टेक्नॉलोजी का कुछ लोग दुरुपयोग भी करते है।पेगासस रिपोर्ट को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए सीएम नीतीश ने कहा कि "हम तो शुरू से कह रहे हैं कि जो नई तकनीक आ गई है वह परेशानी खड़ी करेगी। इसपर विचार करना चाहिए। नई तकनीक से लाभ भी मिलता है लेकिन कुछ लोग उसका दुरुपयोग भी करते हैं।"किसान मुद्दे पर बोले नीतीश- लोगों की भावनाओं को देखते हुए फिर से बातचीत होनी चाहिएवहीं किसान आंदोलन को लेकर पूछे गए सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को बोलने का अधिकार है। ऐसे में आंदोलन कर रहे लोगों को चर्चा के जरिए आश्वस्त करना होगा। केंद्र सरकार पहले ही किसानों से बातचीत कर चुकी है। सरकार की नीतियां किसी के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन लोगों में भावनाएं हैं इसलिए उनसे फिर से बातचीत होनी चाहिए।मॉनसून सत्र से पहले जासूसी की रिपोर्ट संयोग नहीं....सरकार ने किया साजिश का इशारापेगासस रिपोर्ट में 150 से ज्यादा लोगों के फोन हैक करने का दावारविवार को अंतरराष्ट्रीय मीडिया की ओर से जारी रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया। इसमें कहा गया कि इजरायल के पेगासस सॉफ्टवेयर की मदद से भारत में कई नेताओं, पत्रकारों और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों का फोन हैक किया गया है। रिपोर्ट में 150 से ज्यादा लोगों के फोन हैक करने की बात कही गई है।