Zee News : Sep 15, 2020, 08:36 AM
नई दिल्ली/बीजिंग: चीन बड़ी साजिश रचते हुए भारत की जासूसी करा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ CDS जनरल रावत, चीफ जस्टिस और कई मुख्यमंत्रियों-उद्योगपतियों की भी जासूसी चीन ने करवाई है। अब इस मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। चीनी जासूसी कांड (Espionage Conspiracy) में सीधे तौर पर चीनी अधिकारी शामिल थे। भारत सरकार के सूत्रों ने इस बात का खुलासा किया है। सूत्रों के मुताबिक भारत में 10,000 लोगों पर नजर रखी जा रही थी, जिसे बीजिंग में बैठे कम्युनिस्ट सरकार (Chinese Government) के वरिष्ठ नेता के इशारे पर अंजाम दिया जा रहा था। और इसमें सीधे सीधे चीन की कम्युनिस्ट सरकार शामिल है।
दुनिया के 24 लाख लोगों पर चीन की नजरभारत में जासूसी को अंजाम दे रही कंपनी का नाम झेंहुआ डेटा इन्फॉर्मेशन कंपनी लिमिटेड (Zhenhua Data Information Technology Co। Limited) है। जो शेनजेन बेस्ड कंपनी है। कंपनी को सिर्फ भारत पर ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में ऐसी जासूसी का काम संभाल रही थी और चीनी अधिकारी उसे दिशा-निर्देश दे रहे थे। ताकि पूरी दुनिया पर चीन का दबदबा बरकरार रखा जा सके। इस मिशन के तहत चीनी कंपनी दुनिया के 24 लाख लोगों पर नजर रख रही थी।
भारत सरकार लगा रही चीनी कंपनियों पर लगामभारत सरकार अब तक 200 से ज्यादा चीनी ऐप्स प्रतिबंधित कर चुकी है। यही नहीं, सरकार ने देश के 4जी और 5जी के बिडिंग प्रोसेस से भी चीनी कंपनियों को बाहर रखा है। सरकार ने ये कदम डिजिटल दुनिया (Digital World) को चीनी साजिशों से बचाने के लिए उठाया।
सार्वजनिक डाटा पर चीनी कंपनी की नजररिपोर्ट के मुताबिक, चीनी कंपनियों ने सार्वजनिक तौर पर मौजूद डेटा का इस्तेमाल किया, जो खासतौर पर सोशल मीडिया पर उपलब्ध था। यही वजह है कि उनके खिलाफ सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकती। हां, ये जरूर है कि भारत सरकार आने वाले समय में कुछ और चीनी ऐप्स के साथ ही चीनी कंपनियों पर पर प्रतिबंध लगा दे।चीन Zee News से भी डर गया है और राजनेताओं, उद्योगपतियों के साथ चीन ज़ी न्यूज़ (Zee News),ज़ी बिजनेस (Zee Business) और अंतरराष्ट्रीय चैनल विऑन (WION) के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी की जासूसी करा रहा है। ZEE NEWS ने पिछले चीनी सामान का बहिष्कार करने और 'मेड इन इंडिया' कैंपेन चलाया जिसे भारी संख्या में देशवासियों का समर्थन मिला। यही वजह है कि चीनी कंपनियां जी न्यूज से डरी हुई हैं।
इन लोगों की करवाई जासूसीइस लिस्ट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी और उनका परिवार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अशोक गहलोत, अमरिंद्र सिंह , उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक, शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है। अन्य बड़ी हस्तियों की बात करें तो केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, स्मृति इरानी, पियूष गोयल की भी निगरानी हो रही है। रक्षा क्षेत्र की बात करें तो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत कम से कम 15 पूर्व सैन्य अधिकारी चीन के रेडार पर हैं जो थल सेना, वायु सेना और नेवी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
दुनिया के 24 लाख लोगों पर चीन की नजरभारत में जासूसी को अंजाम दे रही कंपनी का नाम झेंहुआ डेटा इन्फॉर्मेशन कंपनी लिमिटेड (Zhenhua Data Information Technology Co। Limited) है। जो शेनजेन बेस्ड कंपनी है। कंपनी को सिर्फ भारत पर ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में ऐसी जासूसी का काम संभाल रही थी और चीनी अधिकारी उसे दिशा-निर्देश दे रहे थे। ताकि पूरी दुनिया पर चीन का दबदबा बरकरार रखा जा सके। इस मिशन के तहत चीनी कंपनी दुनिया के 24 लाख लोगों पर नजर रख रही थी।
भारत सरकार लगा रही चीनी कंपनियों पर लगामभारत सरकार अब तक 200 से ज्यादा चीनी ऐप्स प्रतिबंधित कर चुकी है। यही नहीं, सरकार ने देश के 4जी और 5जी के बिडिंग प्रोसेस से भी चीनी कंपनियों को बाहर रखा है। सरकार ने ये कदम डिजिटल दुनिया (Digital World) को चीनी साजिशों से बचाने के लिए उठाया।
सार्वजनिक डाटा पर चीनी कंपनी की नजररिपोर्ट के मुताबिक, चीनी कंपनियों ने सार्वजनिक तौर पर मौजूद डेटा का इस्तेमाल किया, जो खासतौर पर सोशल मीडिया पर उपलब्ध था। यही वजह है कि उनके खिलाफ सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सकती। हां, ये जरूर है कि भारत सरकार आने वाले समय में कुछ और चीनी ऐप्स के साथ ही चीनी कंपनियों पर पर प्रतिबंध लगा दे।चीन Zee News से भी डर गया है और राजनेताओं, उद्योगपतियों के साथ चीन ज़ी न्यूज़ (Zee News),ज़ी बिजनेस (Zee Business) और अंतरराष्ट्रीय चैनल विऑन (WION) के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी की जासूसी करा रहा है। ZEE NEWS ने पिछले चीनी सामान का बहिष्कार करने और 'मेड इन इंडिया' कैंपेन चलाया जिसे भारी संख्या में देशवासियों का समर्थन मिला। यही वजह है कि चीनी कंपनियां जी न्यूज से डरी हुई हैं।
इन लोगों की करवाई जासूसीइस लिस्ट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी और उनका परिवार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, अशोक गहलोत, अमरिंद्र सिंह , उद्धव ठाकरे, नवीन पटनायक, शिवराज सिंह चौहान का नाम भी शामिल है। अन्य बड़ी हस्तियों की बात करें तो केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, निर्मला सीतारमण, स्मृति इरानी, पियूष गोयल की भी निगरानी हो रही है। रक्षा क्षेत्र की बात करें तो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत समेत कम से कम 15 पूर्व सैन्य अधिकारी चीन के रेडार पर हैं जो थल सेना, वायु सेना और नेवी की बड़ी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।