News18 : Sep 12, 2020, 03:48 PM
नई दिल्ली। देश में भले ही इन दिनों कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा हो, लेकिन भारत के केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री (Civil Aviation Minister) हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) का मनाना है कि जल्द ही एविएशन सेक्टर में हालात सामान्य हो जाएंगे। पुरी का कहना है कि देश में फ्लाइट की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है और उन्हें उम्मीद है कि कोरोना से पहले जितने पैसेंजर उड़ान भरते थे वो एक बार फिर से उतनी ही संख्या में फ्लाइट का इस्तेमाल करने लगेंगे। कोरोना को लेकर भारत में डोमेस्टिक एयरलायंस और एयरपोर्ट पर किस तरह की तैयारी और सुरक्षा बरती जा रही है इसको लेकर हरदीप सिंह पुरी ने न्यूज़ 18 से खास बातचीत की।
बढ़ाई जा रही है फ्लाइट्स की संख्यालॉकडाउन के चलते करीब 3 महीने तक डॉमेस्टिक फ्लाइट्स बंद थी, लेकिन 25 मई से सरकार ने उड़नों को हरी झंडी दे दी। एक बार फिर से उड़ानों की संख्या और पैसेंजर लगातार बढ़ रहे हैं। पुरी ने कहा, 'हम चीन से उड़ानों को रोकने और हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरू करने वाले पहले देशों में से एक थे। हमें लॉकडाउन के दौरान तैयारी करने का मौका मिल गया। जब हमने 25 मई को घरेलू फ्लाइट्स की शुरुआत की तो उस वक्त सिर्फ 423 उड़ानें थीं और इस दौरान 30,000 यात्रियों ने फ्लाइ्ट्स का इस्तेमाल किया। कल 1,300 उड़ानें थीं और अब 1,41,000 यात्री फ्लाइट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये संभव है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ हम और भी उड़ानों को भरेंगे। मुझे उम्मीद है कि 31 दिसंबर 2020 तक 3 लाख पसैंजर उड़ान भर सकेंगे'।एअर इंडिया का विनिवेशहरदीप सिंह पुरी का कहना है कि एअर इंडिया का विनिवेश का मुद्दा ठंडा नहीं पड़ा है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी ने इसे बेचने की प्रक्रिया को और तेज़ कर दिया है। उन्होंने कहा, 'हम एक साल में एअर इंडिया के परिचालन की लागत को 1500 करोड़ तक लाने में सफल रहे हैं। एअर इंडिया का एक बहुत अच्छा सुरक्षा रिकॉर्ड है। ये 40-50 अंतर्राष्ट्रीय स्थलों पर उड़ान भरता है और इसके 60 घरेलू गंतव्य हैं, और इसमें 125 विमान हैं। इसे खरीदने वाले फायदे में रहेंगे।'
कोरोना से घबराना नहीं हैहरदीप सिंह पुरी का कहना है कि देश को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, 'हम एक बड़ी आबादी वाले देश हैं। अगर आप लाखों का टेस्ट कर रहे हैं और आपकी पॉजिटिविटी रेट 8% है, रिकवरी रेट 80% है और मृत्यु दर लगभग 1।5% है, तो मेरा मानना है कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। काला जार होने पर में हमारे देश में 17% लोगों की मौत होती थी। कोरोना में तो मौत की दर साधारण बुखार से सिर्फ 1।7 परसेंट ज्यादा है।'
बढ़ाई जा रही है फ्लाइट्स की संख्यालॉकडाउन के चलते करीब 3 महीने तक डॉमेस्टिक फ्लाइट्स बंद थी, लेकिन 25 मई से सरकार ने उड़नों को हरी झंडी दे दी। एक बार फिर से उड़ानों की संख्या और पैसेंजर लगातार बढ़ रहे हैं। पुरी ने कहा, 'हम चीन से उड़ानों को रोकने और हवाईअड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरू करने वाले पहले देशों में से एक थे। हमें लॉकडाउन के दौरान तैयारी करने का मौका मिल गया। जब हमने 25 मई को घरेलू फ्लाइट्स की शुरुआत की तो उस वक्त सिर्फ 423 उड़ानें थीं और इस दौरान 30,000 यात्रियों ने फ्लाइ्ट्स का इस्तेमाल किया। कल 1,300 उड़ानें थीं और अब 1,41,000 यात्री फ्लाइट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये संभव है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ हम और भी उड़ानों को भरेंगे। मुझे उम्मीद है कि 31 दिसंबर 2020 तक 3 लाख पसैंजर उड़ान भर सकेंगे'।एअर इंडिया का विनिवेशहरदीप सिंह पुरी का कहना है कि एअर इंडिया का विनिवेश का मुद्दा ठंडा नहीं पड़ा है। उनका कहना है कि कोरोना महामारी ने इसे बेचने की प्रक्रिया को और तेज़ कर दिया है। उन्होंने कहा, 'हम एक साल में एअर इंडिया के परिचालन की लागत को 1500 करोड़ तक लाने में सफल रहे हैं। एअर इंडिया का एक बहुत अच्छा सुरक्षा रिकॉर्ड है। ये 40-50 अंतर्राष्ट्रीय स्थलों पर उड़ान भरता है और इसके 60 घरेलू गंतव्य हैं, और इसमें 125 विमान हैं। इसे खरीदने वाले फायदे में रहेंगे।'
कोरोना से घबराना नहीं हैहरदीप सिंह पुरी का कहना है कि देश को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, 'हम एक बड़ी आबादी वाले देश हैं। अगर आप लाखों का टेस्ट कर रहे हैं और आपकी पॉजिटिविटी रेट 8% है, रिकवरी रेट 80% है और मृत्यु दर लगभग 1।5% है, तो मेरा मानना है कि चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। काला जार होने पर में हमारे देश में 17% लोगों की मौत होती थी। कोरोना में तो मौत की दर साधारण बुखार से सिर्फ 1।7 परसेंट ज्यादा है।'