देश / शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में राज्यसभा का 52% से ज़्यादा समय हुआ बर्बाद

संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह के दौरान राज्यसभा में विरोध और व्यवधानों के कारण निर्धारित समय का 52.30% हिस्सा बर्बाद हो गया और सिर्फ 47.70% समय ही इस्तेमाल हो सका। गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन हंगामे को लेकर 12 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था।

Vikrant Shekhawat : Dec 06, 2021, 08:10 AM
नई दिल्ली: संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र के पहले सप्ताह में राज्यसभा के लिए निर्धारित समय का 52.30 प्रतिशत हंगामे और मजबूरन कार्यवाही स्थगित करने की वजह से बर्बाद हो गया। राज्यसभा सचिवालय ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि संसद के उच्च सदन की प्रोडक्टिविटी पिछले सप्ताह कुल निर्धारित समय का मात्र 47.70 प्रतिशत रहा। 

उन्होंने बताया कि सदन में गुरुवार को निर्धारित समय से 33 मिनट अधिक कार्यवाही हुई और इसकी वजह से सत्र के पहले सप्ताह में पहली बार कुल प्रोडक्टिविटी में सुधार हुआ और निर्धारित समय के 49.70 प्रतिशत हिस्से में कार्य हुआ। 

राज्यसभा सचिवालय की ओर से बताया गया कि सबसे बेहतर प्रोडक्टिविटी शुक्रवार को रही जब सदन में निर्धारित समय के अनुसार 100 प्रतिशत कार्य हुआ जबकि इससे पहले दिन 95 प्रतिशत समय में कार्यावाही हुई थी जो सदन में सामन्य कार्यवाही बहाल होने का संकेत है। 

मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को निजी विधेयक पेश करने के लिए निर्धारित पूरे ढाई घंटे पूरा काम हुआ। यह उपलब्धि एक साल, नौ महीने और 24 दिनों बाद या 66 बैठकों के बाद हासिल हुई। अधिकारियों ने बताया कि पिछली बार सात फरवरी 2020 को बजट सत्र के दौरान यह मुकाम हासिल हुआ था जो सदन का 251वां सत्र है।