Rajya Sabha Elections / किरण चौधरी का निर्विरोध सांसद चुना जाना लगभग तय

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता किरण चौधरी ने हरियाणा से राज्यसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। उनके साथ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा के विधायक भी मौजूद थे। किरण चौधरी ने कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा जॉइन की और अब उनका राज्यसभा सदस्य बनना लगभग तय माना जा रहा है।

Vikrant Shekhawat : Aug 21, 2024, 03:40 PM
Rajya Sabha Elections: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता किरण चौधरी ने हरियाणा से राज्यसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को पार्टी उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। विधानसभा परिसर में नामांकन पत्र दाखिल करते समय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा के कई विधायक मौजूद थे। चौधरी ने कांग्रेस छोड़ने के करीब दो महीने बाद मंगलवार को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। इसके तुरंत बाद भाजपा ने उन्हें उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था। किरण चौधरी अगर सांसद चुनीं जाती हैं तो उनका कार्यकाल अप्रैल 2026 तक रहेगा।

कांग्रेस ने अभी तक नहीं उतारा उम्मीदवार

किरण चौधरी का निर्विरोध चुना जाना लगभग तय है। इस सीट के लिए नामांकन दाखिल करने का बुधवार को अंतिम दिन है। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार नहीं उतारेगी क्योंकि उनके पास पर्याप्त संख्या नहीं है। इस सीट के लिए नामांकन पत्रों की जांच 22 अगस्त को होगी जबकि उम्मीदवार 27 अगस्त तक अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।  यदि आवश्यक हुआ तो हरियाणा विधानसभा सचिवालय में 3 सितंबर को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा।

बीजेपी का पलड़ा भारी

विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या को देखते हुए किरण चौधरी का इस सीट पर जीतना तय माना जा रहा है। चौधरी के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद 90 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 41, कांग्रेस के 28 और जजपा के 10 सदस्य हैं। विधानसभा में पांच निर्दलीय विधायक हैं, इनेलो और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के एक-एक सदस्य हैं और चार सीट खाली हैं। भाजपा को निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत और एचएलपी विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है। तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस का समर्थन किया है। 

जून में बीजेपी में शामिल हुई थी किरण चौधरी

कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक लोकसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद हरियाणा में राज्यसभा की एकमात्र सीट पर उपचुनाव की जरूरत पड़ी। हरियाणा की पूर्व मंत्री चौधरी (69) जून में अपनी बेटी श्रुति और अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने विधानसभा में तोशाम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया।