Panchayat Elections / UP में पंचायत चुनावों का ऐलान, 4 चरणों में होगा मतदान, जानें- कब कहां

यूपी में पंचायत चुनाव की अधिसूचना आज हो गई है। चुनाव आयोग ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल, दूसरा चरण का19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। सभी चरण की मतगणना 2 मई को होगी। पहले चरण के लिए नामांकन 3 अप्रैल से 4 अप्रैल को दूसरे चरण का नामांकन 7-8 अप्रैल को होगा।

Vikrant Shekhawat : Mar 26, 2021, 10:51 AM
Panchayat Elections: यूपी में पंचायत चुनाव की अधिसूचना आज हो गई है। चुनाव आयोग ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल, दूसरा चरण  का19 अप्रैल, तीसरा चरण 26 अप्रैल और चौथा चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा।

सभी चरण की मतगणना 2 मई को होगी। पहले चरण के लिए नामांकन 3 अप्रैल से 4 अप्रैल को दूसरे चरण का नामांकन 7-8 अप्रैल को होगा। तीसरे चरण का नामांकन 13 और 15 अप्रैल को होगा। चतुर्थ चरण का नामांकन 17-18 अप्रैल को होगा। 

पंचायत चुनाव में सीट आवंटन की अंतिम सूची का प्रकाशन शुरू

पंचायत चुनाव में आरक्षण और आरक्षित एवं अनारक्षित सीटों के आवंटन की अंतिम सूची का प्रकाशन शुरू हो गया है। गुरुवार को तमाम छोटे जिलों में जहां आपत्तियां कम थी वहां आरक्षित-अनारक्षित सीटों की अंतिम सूची का प्रकाशन कर दिया गया जबकि ज्यादातर बड़े जिलों में सूची को अंतिम रूप दिए जाने का कार्य देर शाम तक जारी था। शुक्रवार को इन सभी बचे हुए जिलों की ओर से भी वहां की अंतिम सूची प्रकाशित की जाएंगी और कल ही सभी 75 जिलों का पूरा ब्यौरा जिलाधिकारियों की ओर से पंचायती राज विभाग को ऑनलाइन भेज भी दिया जाएगा। इसके तत्काल बाद कल ही पंचायती राज निदेशालय भी उनका परीक्षण करके देर शाम तक राज्य निर्वाचन आयोग को पूरा बरा सौंप देगा। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज : 

26 मार्च पंचायत चुनाव की प्रक्रिया के लिए भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बीते 15 मार्च को हाईकोर्ट द्वारा जारी आदेश के खिलाफ सीतापुर जिले के बिसवां के दिलीप कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका दाखिल कर रखी है। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार तथा पंचायती राज विभाग के साथ-साथ राज्य निर्वाचन आयोग भी पक्षकार बनाया गया है। लिहाजा भावी प्रत्याशियों के साथ-साथ उनके कार्यकर्ताओं की निगाह भी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर लगी हुई है।  हालांकि जानकारों का यह भी कहना है कि प्रदेश में प्रस्तावित पंचायत चुनाव को लेकर सरकार और आयोग ने अपनी तैयारियां पूरी कर रखी हैं।