WB Panchayat Elections / BJP सांसद लॉकेट चटर्जी घटना को याद कर रो पड़ीं- 'क्या हम महिला नहीं'

पश्चिम बंगाल की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद लॉकेट चटर्जी शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंचायत चुनाव के दौरान घटी एक घटना को बताते हुए भावुक हो गईं. लॉकेट चटर्जी बंगाल के हावड़ा जिले में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी की एक उम्मीदवार के साथ यौन उत्पीड़न की कथित घटना को याद करते हुए रो पड़ीं. उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर इसका आरोप लगाया.

Vikrant Shekhawat : Jul 21, 2023, 05:10 PM
WB Panchayat Elections: पश्चिम बंगाल की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सांसद लॉकेट चटर्जी शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंचायत चुनाव के दौरान घटी एक घटना को बताते हुए भावुक हो गईं. लॉकेट चटर्जी बंगाल के हावड़ा जिले में 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान बीजेपी की एक उम्मीदवार के साथ यौन उत्पीड़न की कथित घटना को याद करते हुए रो पड़ीं. उन्होंने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर इसका आरोप लगाया.

लॉकेट चटर्जी ने कहा, एक एक के बाद एक घटना बंगाल में घटना हो रही है. बताइए हम कहां जाएं. हम भी देश की बेटी हैं. मणिपुर की बेटी भी देश की बेटी हैं. पश्चिम बंगाल भी देश में है. बीजेपी सांसद ने कहा कि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कहती हैं कि ये एक छोटी घटना है. मुर्शिदाबाद हो, दक्षिण 24 परगना हो या कूचबिहार हो… हर जगह ऐसे हो रहा है. पंचायत चुनाव में लूट हुई, काउंटिंग नहीं हुई और वो जीत गए.

लॉकेट चटर्जी ने क्या कहा?

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं का हवाला देते हुए लॉकेट चटर्जी ने कहा, ‘हम भी महिलाएं हैं. हम भी अपनी बेटियों को बचाना चाहते हैं. हम भी देश की बेटियां हैं. पश्चिम बंगाल देश का एक हिस्सा है. पीएम मोदी ने कल मणिपुर घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि हर राज्य में महिला सुरक्षा के लिए कानून व्यवस्था का काम होना चाहिए. हम चाहते हैं कि आप हमारे क्षेत्र की बेटियों के बारे में भी बात करें.

मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने और बलात्कार का एक वीडियो वायरल होने के बाद, बीजेपी सांसद ने यौन उत्पीड़न की ऐसी ही घटनाओं के बारे में बताया जो पश्चिम बंगाल में भी पंचायत चुनावों के दौरान हुई थीं. बोलते-बोलते लॉकेट चटर्जी रोने लगी और लोगों से बंगाल की बेटियों पर भी ध्यान देने को कहा.

बीजेपी सांसद ने कहा, 8 जुलाई को चुनाव के दिन पंचला में एक बीजेपी महिला कार्यकर्ता को कपड़े उतारने के लिए कहा गया. 11 जुलाई को मतगणना के दिन डोमजूर में एक टीएमसी उम्मीदवार पर हमला किया गया. उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई. लेकिन कोई वीडियो नहीं है, क्योंकि लोग बूथ के अंदर बंदूकें लेकर जा रहे थे. तो क्या हम इन मुद्दों पर तभी बात करेंगे जब कोई वीडियो वायरल होगा? हर कोई चुप क्यों है?