Vikrant Shekhawat : Dec 25, 2021, 10:08 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देश को संबोधित करते हुए बड़ा ऐलान किया। प्रधानमंत्री ने 3 जनवरी से 15 से 18 साल के उम्र को वैक्सीन शुरू करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में जल्द ही नेजल और डीएनए वैक्सीन भी शुरू की जाएगी। प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले DCGI ने बच्चों के वैक्सीन के लिए कोवैक्सिन के इमरजेंसी यूज को मंजूरी दी।
प्रधानमंत्री ने कोरोना के नए वैरिएंट से भयभीत नहीं होने को कहा। उन्होंने कहा कि नए संक्रमण से डरे नहीं, बल्कि बचाव और कोविड नियमों का पालन करें। इसके अलावा पीएम ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने कहा - हम इस वर्ष के अंतिम सप्ताह में है। 2022 बस आने ही वाला है। आप सभी इसके स्वागत की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन उत्साह और उमंग के साथ ही ये समय सचेत रहने का भी है। आज कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से संकट बढ़ा है। भारत में भी ये संकट बढ़ा है। सावधान रहें, सतर्क रहें, पैनिक न करें। मास्क का उपयोग करें, थोड़ी-थोड़ी देर पर हाथ को धोते रहें। अब जब वायरस म्यूटेट हो रहा है, तो हमारी इनोवेशन की क्षमता भी बढ़ी है। आज हमारे पास 18 लाख आइसोलेशन बेड्स हैं।
1 लाख 40 हजार आइसीयू बेड्स हैं। 90 हजार विशेष बेड्स बच्चों के लिए हैं, अगर हम सब कुछ मिला दें तो। 3000 से ज्यादा पीएसए ऑक्सजीन प्लांट्स काम कर रहे हैं. 4 लाख ऑक्सीजन सिलेंड दिए गए हैं। 141 करोड़ वैक्सीन डोज के मुश्किल लक्ष्य को भारत पार कर चुका है।वयस्क जनसंख्या में कम से कम 90 फीसदी को वैक्सीन की एक डोज लगायी जा चुकी है।भारतवासी इस पर गर्व करेंगे कि हमने सभी विपरीत परिस्थितियों के बीच यह किया।
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के मुख्य अंश:
भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था. ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है.
आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है. इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है.
प्रधानमंत्री ने कोरोना के नए वैरिएंट से भयभीत नहीं होने को कहा। उन्होंने कहा कि नए संक्रमण से डरे नहीं, बल्कि बचाव और कोविड नियमों का पालन करें। इसके अलावा पीएम ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने कहा - हम इस वर्ष के अंतिम सप्ताह में है। 2022 बस आने ही वाला है। आप सभी इसके स्वागत की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन उत्साह और उमंग के साथ ही ये समय सचेत रहने का भी है। आज कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से संकट बढ़ा है। भारत में भी ये संकट बढ़ा है। सावधान रहें, सतर्क रहें, पैनिक न करें। मास्क का उपयोग करें, थोड़ी-थोड़ी देर पर हाथ को धोते रहें। अब जब वायरस म्यूटेट हो रहा है, तो हमारी इनोवेशन की क्षमता भी बढ़ी है। आज हमारे पास 18 लाख आइसोलेशन बेड्स हैं।
1 लाख 40 हजार आइसीयू बेड्स हैं। 90 हजार विशेष बेड्स बच्चों के लिए हैं, अगर हम सब कुछ मिला दें तो। 3000 से ज्यादा पीएसए ऑक्सजीन प्लांट्स काम कर रहे हैं. 4 लाख ऑक्सीजन सिलेंड दिए गए हैं। 141 करोड़ वैक्सीन डोज के मुश्किल लक्ष्य को भारत पार कर चुका है।वयस्क जनसंख्या में कम से कम 90 फीसदी को वैक्सीन की एक डोज लगायी जा चुकी है।भारतवासी इस पर गर्व करेंगे कि हमने सभी विपरीत परिस्थितियों के बीच यह किया।
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन के मुख्य अंश:
भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था. ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है.
आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है. इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है.