Vikrant Shekhawat : May 07, 2022, 01:19 PM
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने जीरो कोविड नीति के चलते शंघाई व देश के अन्य हिस्सों में नागरिकों के दमन की खबरों के बीच कड़ी चेतावनी जारी की है। जिनपिंग ने कहा है कि चीन को बदमान न किया जाए, जो देश की इस नीति पर सवाल उठाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई होगी। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना कहर के कारण लॉकडाउन झेल रहे शंघाई के कई लोगों ने पिछले पांच हफ्तों में भोजन की गंभीर कमी और चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिलने के कारण सोशल मीडिया के जरिए अपना गुस्सा उतारा है। शंघाई में जीरो कोविड नीति के चलते मानवाधिकारों के दमन को वीडियो वायरल कर बेनकाब किया गया है। इससे चीन खफा है।
गुरुवार को राष्ट्रपति जिनपिंग की अध्यक्षता में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च इकाई पोलिट ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक हुई, इसमें देश की शून्य-कोविड नीति का दृढ़ता से पालन करने का फैसला किया गया। समिति ने इस नीति को विकृत करने, इस पर संदेह करने,या किसी भी तरह से बदनाम करने के खिलाफ कठोर कार्रवाई का फैसला किया।
सरकारी मीडिया के अनुसार यह पहला मौका है जब जिनपिंग ने इस बैठक में महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण पैदा हो रहे आक्रोश के बीच राष्ट्रपति ने सख्त संकेत दिया है।
लॉकडाउन के कारण लोगों में असंतोष बढ़ रहासरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार सात सदस्यीय समिति ने कहा है कि कोरोना पर नियंत्रण की चीन की नीति पार्टी ने तय की है और हमारे उपाय वैज्ञानिक व प्रभावी है। यह समय की कसौटी पर खरी उतरी है। समिति ने यह भी कहा कि हमने वुहान में कोरोना की जंग जीती है और हम शंघाई में भी जीतेंगे। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण लोगों में असंतोष बढ़ रहा है और चीन की अर्थव्यवस्था को भी भारी झटका पहुंचा है, क्योंकि यह चीन की व्यावसायिक राजधानी है।
शंघाई में दमन की आई खबरेंचीन ने यह सख्त चेतावनी ऐसे वक्त जारी की है, जब शंघाई के लोगों ने सख्त लॉकडाउन का विरोध किया है। उन्होंने अपनी खिड़कियों से बर्तनों को पीटते हुए और चिल्लाते हुए वीडियो जारी किए। कई अन्य लोग सड़कों पर पुलिस और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से भी भिड़ गए। इससे चीन में लॉकडाउन के बीच दमन की दुनियाभर में निंदा हो रही है।
गुरुवार को राष्ट्रपति जिनपिंग की अध्यक्षता में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च इकाई पोलिट ब्यूरो की स्थायी समिति की बैठक हुई, इसमें देश की शून्य-कोविड नीति का दृढ़ता से पालन करने का फैसला किया गया। समिति ने इस नीति को विकृत करने, इस पर संदेह करने,या किसी भी तरह से बदनाम करने के खिलाफ कठोर कार्रवाई का फैसला किया।
सरकारी मीडिया के अनुसार यह पहला मौका है जब जिनपिंग ने इस बैठक में महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण पैदा हो रहे आक्रोश के बीच राष्ट्रपति ने सख्त संकेत दिया है।
लॉकडाउन के कारण लोगों में असंतोष बढ़ रहासरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार सात सदस्यीय समिति ने कहा है कि कोरोना पर नियंत्रण की चीन की नीति पार्टी ने तय की है और हमारे उपाय वैज्ञानिक व प्रभावी है। यह समय की कसौटी पर खरी उतरी है। समिति ने यह भी कहा कि हमने वुहान में कोरोना की जंग जीती है और हम शंघाई में भी जीतेंगे। शंघाई में कठोर लॉकडाउन के कारण लोगों में असंतोष बढ़ रहा है और चीन की अर्थव्यवस्था को भी भारी झटका पहुंचा है, क्योंकि यह चीन की व्यावसायिक राजधानी है।
शंघाई में दमन की आई खबरेंचीन ने यह सख्त चेतावनी ऐसे वक्त जारी की है, जब शंघाई के लोगों ने सख्त लॉकडाउन का विरोध किया है। उन्होंने अपनी खिड़कियों से बर्तनों को पीटते हुए और चिल्लाते हुए वीडियो जारी किए। कई अन्य लोग सड़कों पर पुलिस और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से भी भिड़ गए। इससे चीन में लॉकडाउन के बीच दमन की दुनियाभर में निंदा हो रही है।