भाव / 85 रुपये तक पहुंचा एक किलो टमाटर का भाव, जानिए कब तक मिलेगी राहत

टमाटर के खुदरा दाम अब 80 से 85 रुपये प्रति किलाग्राम तक पहुंच गया है राष्ट्रीय राजधानी टमाटर की सप्लाई कम होने की वजह से कीमतों में इतनी बड़ी उछाल देखने को मिल रही है प्राइवेट ट्रेडर्स का कहना है कि टमाटर उत्पादक क्षेत्रों से आवक कम हुई है जून के बाद से टमाटर की मामूली तेजी ही रही है बीते कुछ सप्ताह में यह भाव 50 से 60 रुपये प्रति किलो के बीच था लेकिन प्रमुख उत्पादक राज्यों में नई फसल के बीच आवक कम हुई है

Vikrant Shekhawat : Sep 12, 2020, 08:29 PM

टमाटर के खुदरा दाम अब 80 से 85 रुपये प्रति किलाग्राम (Tomato Price) तक पहुंच गया है. राष्ट्रीय राजधानी टमाटर की सप्लाई कम होने की वजह से कीमतों में इतनी बड़ी उछाल देखने को मिल रही है. प्राइवेट ट्रेडर्स का कहना है कि टमाटर उत्पादक क्षेत्रों से आवक कम हुई है. जून के बाद से टमाटर की मामूली तेजी ही रही है. बीते कुछ सप्ताह में यह भाव 50 से 60 रुपये प्रति किलो के बीच था. लेकिन प्रमुख उत्पादक राज्यों में नई फसल के बीच आवक कम हुई है.


शनिवार को असंगठित बाजार में टमाटर 80-85 रुपये प्रति किलो तक बिके. हालांकि, क्वॉलिटी और एरिया के आधार पर कीमतों में थोड़ा अंतर है. लेकिन, सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में टमाटरकी कीमतें 60 रुपये प्रति किलोग्राम पर है. मदर डेयरी के सफल स्टोर्स पर टमाटर का भाव 78 रुपये प्रति किलोग्राम तक है. जबकि, ई-रिटेल ग्रोफर्स पर यह भाव 74-75 रुपये प्रति किलो है. बिग बास्केट पर शनिवार को 60 रुपये के भाव पर टमाटर बिक रहा है.


आवक कम होने से कीमतों में तेजी

ट्रेड डेटा द्वारा दी गई जानकारी से पता चलता है कि एशिया के सबसे बड़े सब्जी बाजार यानी आजादपुर मंडी में शनिवार को टमाटर का भाव 40 से 60 रुपये प्रति किलोग्राम रहा. अजादपुर मंडी में टमाटर एसोसिएशन के अशोक कौशिक ने कहा, 'टमटार उत्पाक क्षेत्रों में नई फसलों की आवक कम हुई है, जिसकी वजह से टमाटर की कीमतों में तेजी देखने को मिली.'


लॉकडाउन में 2 रुपये तक बिके थे टमाटर

को रोना वायरस महामारी के चलते दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में इस बार कम मात्रा में टमाटर की खेती हुई है. जिसकी वजह से भी कीमतें बढ़ने के आसार है. जानकारों ने बताया कि कोविड-19 लॉकडाउन में किसानों को 1 से 2 रुपये प्रति किलोग्राम तक बेचना पड़ा था. इसके अलावा फसलों पर बारिश का भी असर पड़ा है. इन सभी वजहों से राष्ट्रीय राजधानी में नई फसलों का आवक कम हुआ है.


उत्पादन से ज्यादा टमाटर की खपत

हालांकि, कौशिक ने उम्मीद जताई है कि आने वाले 15 दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, जम्मू एंड कश्मीर और अरुणांचल प्रदेश में टमाटर का उत्पादक कम हुआ है. भारत में 19.73 मिलियन न टमाटर की सालाना खपत होती है. ज बकि, कुल उत्पादन ही 11.51 मिलियन टन की है. आधिकारिक आंकड़ों में इस बारे में जानकारी है.