देश / PM मोदी आज वियतनाम के प्रधानमंत्री से करेंगे वार्ता, जानिए क्या है वजह

चीन के साथ जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुच के साथ ऑनलाइन वार्ता करेंगे, जिसमें वह दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर ध्यान केंद्रित करने पर चर्चा करेंगे। इस दौरान रक्षा, ऊर्जा और स्वास्थ्य क्षेत्रों समेत द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के लिए भारत व वियतनाम के बीच कई समझौते व घोषणाएं होने की संभावना है।

Vikrant Shekhawat : Dec 21, 2020, 12:35 PM
नई दिल्ली | चीन के साथ जारी तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वियतनाम के प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुच के साथ ऑनलाइन वार्ता करेंगे, जिसमें वह दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर ध्यान केंद्रित करने पर चर्चा करेंगे।

इस दौरान रक्षा, ऊर्जा और स्वास्थ्य क्षेत्रों समेत द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के लिए भारत व वियतनाम के बीच कई समझौते व घोषणाएं होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति (चीन की बढ़ती दखलअंजादी) पर चर्चा की उम्मीद है, क्योंकि दोनों ही देशों के मुक्त, खुले, शांतिपूर्ण, समृद्ध और नियम आधारित क्षेत्रीय व्यवस्था में साझा हित हैं।

बैठक में दोनों ही पक्ष ‘भारत-वियतनाम समग्र रणनीतिक साझेदारी’ के भावी विकास के लिए संयुक्त पत्र जारी कर सकते हैं, जिसका लक्ष्य विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का मार्ग तय करना होगा। भारत और वियतनाम 2016 में अपने द्विपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाकर समग्र रणनीतिक साझेदारी तक ले गए थे और रक्षा सहयोग इस तेजी से बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों के अहम स्तंभों में एक रहा है।

2018 में पीएम मोदी ने किया था वियतनाम दौरा

इससे पहले साल 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने वियतनाम का दौरा किया था। इस दौरान भारत और वियतनाम (India-Vietnam) के बीच रिश्ते मजबूत हुए थे। इस दौरे में भारत और वियतनाम के बीच  व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर संधि हुई थी। यह संधि अब तक वियतनाम ने सिर्फ रूस (Russia) और चीन (China) के साथ की है।

वियतनाम के प्रधानमंत्री भी आ चुके हैं भारत

साल 2018 में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने वियतनाम का दौरा किया था। इसके बाद 2019 में उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी वियतनाम गए थे। 2018 में वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई और प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुच भी भारत आए थे।