IND vs AUS: ऑस्ट्रेलिया के गाबा में खेले जा रहे टेस्ट मैच का दूसरा दिन पूरी तरह से मेजबान टीम के नाम रहा। ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ की शानदार शतकीय पारियों ने ऑस्ट्रेलिया को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट के नुकसान पर 405 रन बनाए। भारत के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन दिन का सबसे बड़ा सकारात्मक पहलू रहा, लेकिन उनके खिलाफ नस्लीय टिप्पणी का विवाद भी खड़ा हो गया, जिसने क्रिकेट के मैदान से बाहर सुर्खियां बटोरीं।
बुमराह का शानदार प्रदर्शन
जसप्रीत बुमराह ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व करते हुए गाबा की मुश्किल परिस्थितियों में 5 विकेट चटकाए। उन्होंने उस्मान ख्वाजा और नाथन मैकस्विनी को पवेलियन भेजकर ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटके दिए। इसके बाद उन्होंने स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श जैसे अनुभवी बल्लेबाजों को आउट किया। यह सीरीज में उनका दूसरा 5 विकेट हॉल है, जिससे वह भारत के सबसे प्रभावी गेंदबाज साबित हो रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया की पारी का दबदबा
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन की शुरुआत संभलकर की। स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ मोर्चा संभालते हुए शतक लगाए। स्मिथ ने 121 रन की पारी खेली, जबकि हेड ने 145 रन बनाए। दोनों बल्लेबाजों ने आक्रामक और रक्षात्मक खेल का बेहतरीन संतुलन दिखाया, जिससे भारतीय गेंदबाज संघर्ष करते नजर आए।
नस्लीय टिप्पणी का विवाद
दूसरे दिन का खेल उस समय विवादों में आ गया, जब इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर ईसा गुहा ने जसप्रीत बुमराह पर नस्लीय टिप्पणी की। कमेंट्री के दौरान, ईसा ने बुमराह को "सबसे वैल्युएबल प्राइमेट" कहा। प्राइमेट का अर्थ हिंदी में बंदर होता है, जो नस्लीय टिप्पणी मानी जाती है।ईसा गुहा की इस टिप्पणी पर फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। यह घटना ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ पहले हुए नस्लीय विवादों की याद दिलाती है। 2008 का मशहूर "मंकीगेट" विवाद, जिसमें हरभजन सिंह और एंड्रयू साइमंड्स शामिल थे, आज भी क्रिकेट इतिहास के काले पन्नों में दर्ज है।
क्रिकेट जगत में नाराजगी
ईसा गुहा की टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञों ने इसे अनावश्यक और अस्वीकार्य करार दिया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) पर इसे गंभीरता से लेने का दबाव बढ़ रहा है।
भारतीय गेंदबाजी का संघर्ष
हालांकि जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी की, लेकिन दूसरे गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में नाकाम रहे। मोहम्मद सिराज और रविचंद्रन अश्विन ने शुरुआत में किफायती गेंदबाजी की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। कुलदीप यादव और शार्दुल ठाकुर भी ज्यादा प्रभावी नहीं दिखे।
आगे का खेल और भारत की चुनौती
तीसरे दिन भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम को जल्द समेटना जरूरी होगा। ऑस्ट्रेलिया पहले ही 400 से ज्यादा रन बना चुका है, जो गाबा जैसी पिच पर एक मजबूत स्कोर है। भारत को जवाबी बल्लेबाजी में अनुशासित और धैर्यपूर्ण प्रदर्शन करना होगा।
निष्कर्ष
गाबा टेस्ट का दूसरा दिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों और जसप्रीत बुमराह के नाम रहा, लेकिन नस्लीय टिप्पणी ने क्रिकेट की भावना को ठेस पहुंचाई। यह देखना होगा कि इस विवाद पर आईसीसी और संबंधित बोर्ड क्या कदम उठाते हैं। भारतीय टीम के लिए अगले दिन का खेल बेहद महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि अगर वे ऑस्ट्रेलिया को रोकने में नाकाम रहे, तो यह मैच उनकी पकड़ से दूर जा सकता है।