राजस्थान / राजस्थान में राज्य बोर्ड की कक्षा 10 व 12 की परीक्षाएं स्थगित

बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनज़र राजस्थान सरकार ने राज्य बोर्ड की कक्षा 10 और कक्षा 12 की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। वहीं, राज्य में कक्षा 8, 9 और 11 के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। सीबीएसई ने भी 10वीं की परीक्षाएं रद्द करते हुए 12वीं की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।

Vikrant Shekhawat : Apr 14, 2021, 07:20 PM
RBSE Class 10, 12 Exam 2021:  कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BSER), अजमेर द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। वहीं कक्षा आठवीं, नौंवीं व 11वीं के विद्यार्थियों को भी उनकी अगली कक्षाओं में प्रोन्नत किया जाएगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा से चर्चा के बाद इस संबंध में निर्णय लिया गया है।

8वीं, 9वीं और 11वीं के छात्र भी प्रोन्नत होंगे:

इसके साथ ही राज्य सरकार ने आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को नौवीं में, कक्षा नौवीं के छात्र-छात्राओं को 10वीं में तथा 11वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में प्रोन्नत करने का भी फैसला किया है।

बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में विभिन्न दलों के नेताओं, एनजीओ और धार्मिक नेताओं के साथ हुई बैठक में बुधवार को यह फैसला लिया गया।

इस दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सलाह दी कि कक्षा 10, 12 की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी जानी चाहिए। 15-20 दिन में हालात सामान्य होने परीक्षाओं की नई तिथियों पर विचार किया जा सकता है।

उन्होंने कहा इस इसा कक्षा 8 बोर्ड परीक्षा भी रद्द की जानी चाहिए और छात्रों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाना चाहिए। मौजूदा हालात बेहतर होगा कि स्कूलों को बंद कर दिया जाए।

इसस पहले राजस्थान के शिक्षा विभाग ने पहले ही पहली कक्षा से 5वीं तक के छात्रों को प्रोन्नत करने का फैसला ले चुका है।

कोरोना नियंत्रण में सरकार का अपना समर्थन सुनिश्चित करते हुए प्रतिपक्ष के उप नेता राजेंद्र सिंह राठौर ने इस दौरान कहा कि हालात पर काबू पाने के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए। दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों को बिना टेस्ट और बिना मास्क के राज्य में प्रवेश नहीं मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोरोना दूसरी लहर पहले के मुकाबले ज्यादा खतरनाक है, लेकिन लोग गंभीर नहीं हैं। इस संबंध में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।

उल्लेखनीय है कि राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सरकारी स्कूलों में सातवीं कक्षा तक मौजूदा शिक्षा सत्र में कोई परीक्षा नहीं कराने का फैसला पहले ही कर लिया था। इन कक्षाओं के बच्चों को आकलन के आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा।