News18 : Apr 20, 2020, 10:10 AM
अजमेर। कोरोना (COVID-19) संकट के चलते लागू हुए लॉकडाउन (Lockdown) के कारण स्थगित की गई राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Rajasthan Board of Secondary Education) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आगामी 10 मई से कराई जा सकती हैं। दसवीं बोर्ड के दो अहम विषयों की परीक्षा बाकी है। इसमें गणित और सामाजिक विज्ञान शामिल है। वहीं, 12वीं बोर्ड के भी कई पेपर होने अभी बाकी है। हालांकि, इस पर अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन बोर्ड इस पर विचार कर रहा है।
राजस्थान बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। सोमवार से लागू हो रहे मॉडिफाइड लॉकडाउन के बीच खबर आ रही है स्थगित परीक्षाएं 10 मई से वापस से कराई जा सकती हैं। अभी परीक्षाएं वापस से शुरू कराने पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन पिछले दिनों शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद डोटासरा ने कहा था कि 3 मई को लॉकडाउन समाप्त होने के बाद परीक्षाएं होंगी। इसको लेकर बोर्ड स्तर पर मंथन भी हो रहा है।
कई परीक्षा क्वारेंटाइन सेंटर में तब्दील
बोर्ड के सामने परीक्षाएं वापस कराने को लेकर कई तरह की चुनौतियां हैं। बोर्ड ने अपनी परीक्षाओं को लेकर प्रदेशभर में साढ़े 5 हजार से ज्यादा केंद्र बना रखे हैं। लॉकडाउन के चलते कई परीक्षा केंद्रों को क्वारेंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना संकट के बीच एकदम से इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को केंद्रों पर बुलाने और बैठाने की व्यवस्था पर भी विचार चल रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क और सेनिटाइजर के उपयोग को लेकर भी मंथन हो रहा है।आया यह सुझाव
बोर्ड के अधिकारी फिलहाल यही तय करने में जुटे हैं कि परीक्षाएं किस प्रारूप में शुरू की जा सकती हैं। एक सुझाव यह भी आया है कि बोर्ड पहले उन विषयों की परीक्षा करा सकता है, जिनमें काम छात्र पंजीकृत हैं जैसे सिंधी, पंजाबी, उर्दू आदि। इसके बाद मुख्य विषयों की परीक्षा कराई जा सकती है।संभावित व्यवस्थाओं पर विचार
इसको लेकर बोर्ड अध्यक्ष डॉ। धर्मपाल जारोली का कहना है कि अभी सभी तरह की संभावित व्यवस्थाओं पर विचार किया जा रहा है। 3 मई तक लॉकडाउन है। उसके बाद कैसे हालात होते हैं उसके मुताबिक फैसला लिया जाएगा। अगर 3 मई के बाद हालात सही रहे तो अगले 4 से 5 दिन में परीक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।
राजस्थान बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 20 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। सोमवार से लागू हो रहे मॉडिफाइड लॉकडाउन के बीच खबर आ रही है स्थगित परीक्षाएं 10 मई से वापस से कराई जा सकती हैं। अभी परीक्षाएं वापस से शुरू कराने पर कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन पिछले दिनों शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद डोटासरा ने कहा था कि 3 मई को लॉकडाउन समाप्त होने के बाद परीक्षाएं होंगी। इसको लेकर बोर्ड स्तर पर मंथन भी हो रहा है।
कई परीक्षा क्वारेंटाइन सेंटर में तब्दील
बोर्ड के सामने परीक्षाएं वापस कराने को लेकर कई तरह की चुनौतियां हैं। बोर्ड ने अपनी परीक्षाओं को लेकर प्रदेशभर में साढ़े 5 हजार से ज्यादा केंद्र बना रखे हैं। लॉकडाउन के चलते कई परीक्षा केंद्रों को क्वारेंटाइन सेंटर में तब्दील कर दिया गया है। इसके साथ ही कोरोना संकट के बीच एकदम से इतनी बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स को केंद्रों पर बुलाने और बैठाने की व्यवस्था पर भी विचार चल रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क और सेनिटाइजर के उपयोग को लेकर भी मंथन हो रहा है।आया यह सुझाव
बोर्ड के अधिकारी फिलहाल यही तय करने में जुटे हैं कि परीक्षाएं किस प्रारूप में शुरू की जा सकती हैं। एक सुझाव यह भी आया है कि बोर्ड पहले उन विषयों की परीक्षा करा सकता है, जिनमें काम छात्र पंजीकृत हैं जैसे सिंधी, पंजाबी, उर्दू आदि। इसके बाद मुख्य विषयों की परीक्षा कराई जा सकती है।संभावित व्यवस्थाओं पर विचार
इसको लेकर बोर्ड अध्यक्ष डॉ। धर्मपाल जारोली का कहना है कि अभी सभी तरह की संभावित व्यवस्थाओं पर विचार किया जा रहा है। 3 मई तक लॉकडाउन है। उसके बाद कैसे हालात होते हैं उसके मुताबिक फैसला लिया जाएगा। अगर 3 मई के बाद हालात सही रहे तो अगले 4 से 5 दिन में परीक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।