Vikrant Shekhawat : Sep 03, 2023, 11:18 PM
Udhayanidhi Stalin Statement: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे व सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन पर दिए बयान से सियासी पारा चढ़ गया है. उन्होंने सनातन को खत्म करने की बात कही है, जिसके बाद बीजेपी के नेता व असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि वह तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की निंदा नहीं करना चाहते क्योंकि उन्होंने खुद को बेनकाब कर दिया है. यही नहीं उदयनिधि के बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है.सीएम सरमा का कहना है कि सवाल यह है कि क्या कांग्रेस अब भी DMK के साथ गठबंधन में रहेगी? मैंने कार्ति चिदंबरम का भी बयान देखा है और मल्लिकार्जुन खरगे का भी कुछ-कुछ ऐसा ही बयान देखा है. सवाल यह है कि क्या कांग्रेस कार्ति चिदंबरम को पार्टी से निकालेगी? यह राहुल गांधी के लिए एक परीक्षा है. उन्हें निर्णय लेना होगा कि वह सनातन धर्म का सम्मान करते हैं या नहीं. यदि वह कोई कार्रवाई नहीं करते हैं और डीएमके के साथ अपना गठबंधन नहीं तोड़ते हैं, तो लोग मान लेंगे कि ये लोग हिंदू विरोधी हैं. इन्हें सनातन, हिंदू धर्म पसंद नहीं है.असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मैं इस बहस में शामिल नहीं होना चाहता कि सनातन अच्छा है या बुरा. यह 5,000 साल पहले से था और यह तब तक भारत में रहेगा जब तक सूर्य और चंद्रमा रहेंगे.उदयनिधि क्या दिया बयान, जिस पर बढ़ा विवाद?तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि ने कहा कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया की तरह है जिसे खत्म किया जाना चाहिए क्योंकि केवल इसका विरोध करने से समस्या का समाधान नहीं होगा. उन्होंने सनातन धर्म की सती जैसी प्रथा की तुलना द्रविड़ सिद्धांतों से की और कहा, “सनातन ने महिलाओं के साथ क्या किया? इसने उन महिलाओं को आग में धकेल दिया, जिन्होंने अपने पतियों को खो दिया था, इसने विधवाओं के सिर मुंडवाए और उन्हें सफेद साड़ियां पहनवाईं. बाल विवाह भी हुए.विवाद बढ़ने के बाद भी उदयनिधि अपने बयान पर कायमउदयनिधि के बयान के बाद बीजेपी के निशाने पर INDIA गठबंधन आ गया, चूंकि डीएमके गठबंधन का हिस्सा है. बीजेपी का कहना है कि INDIA में डीएमके सबसे बड़ा घटक दल है. बयान पर विवाद खड़ा होने के बाद उदयनिधि का कहना है कि वे अपनी बात पर कायम हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी मंच पर पेरियार और आंबेडकर के व्यापक लेखन को प्रस्तुत करने के लिए तैयार हूं, जिन्होंने सनातन धर्म और समाज पर इसके नकारात्मक प्रभाव पर गहन शोध किया था. मैं अपने भाषण के महत्वपूर्ण पहलू को दोहराता हूं… मेरा मानना है कि मच्छरों से फैलने वाली बीमारी डेंगू और मलेरिया है, वैसे ही कई सामाजिक बुराइयों के लिए सनातन धर्म जिम्मेदार है.’