Vikrant Shekhawat : Apr 11, 2022, 04:08 PM
बीसीसीआई की अपेक्स काउंसिल की बैठक 23 अप्रैल को होगी। इस बैठक में सात अहम बिंदुओं पर चर्चा होगी, जिसमें विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा, रणजी ट्रॉफी के नॉक आउट मैच और मैच की मेजबानी की फीस का मुद्दा भी शामिल है। इनमें साहा का मुद्दा सबसे अहम है, जिसे बीसीसीआई अब खत्म करना चाहती है। इस मीटिंग में जांच समिति की रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी और साहा के आरोपों पर फैसला किया जाएगा। साहा ने पत्रकार बोरिया मजूमदार पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद खासा बवाल हुआ था। साहा ने कहा था कि बोरिया मजूमदार ने उन्हें धमकी दी थी। वहीं मजूमदार ने कहा है कि साहा ने उनके सात बातचीत की चैट को एडिट करके सोशल मीडिया पर शेयर किया था। क्या है पूरा मामला? श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में साहा को न चुने जाने पर एक पत्रकार ने उन्हें मैसेज कर इंटरव्यू मांगा था। साहा के जवाब ने देने पर पत्रकार ने लिखा "मेरे साथ एक इंटरव्यू करिए, यह काफी अच्छा होगा। अगर आप लोकतांत्रिक रहना चाहते हैं तो मैं दबाव नहीं बनाऊंगा। वो एक विकेटकीपर चुनते हैं, जो सबसे बेहतर होता है। आप 11 पत्रकार चुनने की कोशिश करते हैं, जो मेरे हिसाब से सही नहीं है। उसे चुनिए जो सबसे ज्यादा आपकी मदद कर सकता है।"जवाब न मिलने पर पत्रकार ने उन्हें वॉट्सएप कॉल किया, लेकिन साहा ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद पत्रकार ने लिखा "आपने मुझसे बात नहीं की, मैं अब कभी भी आपका इंटरव्यू नहीं लूंगा। मैं बेज्जती को सहजता से नहीं स्वीकार करता हूं और मैं इसे याद रखूंगा। आपको ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था।" साहा ने पूरी बातचीत के स्क्रीनशॉट अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर करते हुए सभी को इस घटना के बारे में बताया।बीसीसीआई ने बनाई जांच समितिइस मामले पर साहा को कई दिग्गजों का समर्थन मिला था और बीसीसीआई ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई थी। इस समिति में अपाध्यक्ष राजीव शुक्ला, कोषाध्यक्ष अरुण धूमल और प्रभतेज भाटिया शामिल थे। जांच समिति ने साहा से बातचीत की तब पता चला की आरोपी पत्रकार बोरिया मजूमदार हैं। जांच समिति ने पहले ही अपनी रिपोर्ट फाइल कर दी है। अब इसकी समीक्षा की जाएगी। बीसीसीआई इस मामले को खत्म करना चाहती है। इन बिंदुओं पर होगी चर्चाइस मीटिंग के दौरान साहा के अलावा रणजी ट्रॉफी के नॉक आउट मैचों के लिए मैदान तय किए जाएंगे, जो आईपीएल खत्म होने के बाद आयोजित होगा। इसके अलावा मैचों की मेजबानी के लिए दी जाने वाली फीस में बढ़ोत्तरी हो सकती है। यह बढ़ोत्तरी कई दिन तक चलने वाले टूर्नामेंट के लिए होगी।