Vikrant Shekhawat : Jun 22, 2022, 08:47 PM
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड को लेकर एक आरोपी ने चौंकाने वाला किया है। आरोपी ने कहा है कि मूसेवाला की हत्या 29 मई से दो दिन पहले ही हो सकती थी। गौरतलब है कि सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई को पंजाब के मानसा जिले में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि मूसेवाला की हत्या से दो दिन पहले यानी 27 मई को ही उसकी हत्या की जा सकती थी। यह दावा मुख्य आरोपी प्रियव्रत फौजी ने पुलिस पूछताछ के दौरान किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में दो शूटर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आरोपियों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26), झज्जर जिले का रहने वाला कशिश (24) और पंजाब के बठिंडा का निवासी केशव कुमार (29) के तौर पर हुई है। पुलिस ने कहा कि तीनों को 19 जून को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया गया है।रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियव्रत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 27 मई को सिद्धू मूसेवाला एक ही वाहन में अपने घर से निकला था। उसने कहा, “27 मई को, सिद्धू कार में अकेले निकला था, जिसके बाद बोलेरो और कोरोला कारों में शूटरों ने उसका पीछा किया। सिद्धू एक केस के सिलसिले में कोर्ट के लिए निकला था और शूटर की कार ने उसकी कार का पीछा करना शुरू कर दिया लेकिन मूसेवाला की कार एक गांव की सड़क के बजाय मुख्य राजमार्ग पर तेजी से आगे बढ़ने लगी और शूटर कार का पीछा नहीं कर सका और योजना विफल हो गई।”दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने कहा कि आरोपियों ने हत्याकांड से पहले कई बार क्षेत्र की टोह ली थी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने आरोपियों को दबोचने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की थी। धालीवाल ने यहां पत्रकार वार्ता में बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से आठ ग्रेनेड, नौ इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, तीन पिस्तौल और एक असॉल्ट राइफल बरामद की गई है।अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने ग्रेनेड को बंदूकों के काम नहीं करने पर वैकल्पिक योजना के तहत रखा था लेकिन उन्होंने इनका इस्तेमाल नहीं किया। सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई को पंजाब के मानसा जिले में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया कि प्रियव्रत ने शूटर की एक टीम का नेतृत्व किया और घटना के समय कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था। वह हत्या का मुख्य शूटर है और उसने ही इसे अंजाम दिया था।
अब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि मूसेवाला की हत्या से दो दिन पहले यानी 27 मई को ही उसकी हत्या की जा सकती थी। यह दावा मुख्य आरोपी प्रियव्रत फौजी ने पुलिस पूछताछ के दौरान किया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में दो शूटर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि आरोपियों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी प्रियव्रत उर्फ फौजी (26), झज्जर जिले का रहने वाला कशिश (24) और पंजाब के बठिंडा का निवासी केशव कुमार (29) के तौर पर हुई है। पुलिस ने कहा कि तीनों को 19 जून को गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया गया है।रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियव्रत ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 27 मई को सिद्धू मूसेवाला एक ही वाहन में अपने घर से निकला था। उसने कहा, “27 मई को, सिद्धू कार में अकेले निकला था, जिसके बाद बोलेरो और कोरोला कारों में शूटरों ने उसका पीछा किया। सिद्धू एक केस के सिलसिले में कोर्ट के लिए निकला था और शूटर की कार ने उसकी कार का पीछा करना शुरू कर दिया लेकिन मूसेवाला की कार एक गांव की सड़क के बजाय मुख्य राजमार्ग पर तेजी से आगे बढ़ने लगी और शूटर कार का पीछा नहीं कर सका और योजना विफल हो गई।”दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने कहा कि आरोपियों ने हत्याकांड से पहले कई बार क्षेत्र की टोह ली थी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने आरोपियों को दबोचने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की थी। धालीवाल ने यहां पत्रकार वार्ता में बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से आठ ग्रेनेड, नौ इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, तीन पिस्तौल और एक असॉल्ट राइफल बरामद की गई है।अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने ग्रेनेड को बंदूकों के काम नहीं करने पर वैकल्पिक योजना के तहत रखा था लेकिन उन्होंने इनका इस्तेमाल नहीं किया। सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई को पंजाब के मानसा जिले में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया कि प्रियव्रत ने शूटर की एक टीम का नेतृत्व किया और घटना के समय कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के सीधे संपर्क में था। वह हत्या का मुख्य शूटर है और उसने ही इसे अंजाम दिया था।