Vikrant Shekhawat : Dec 29, 2024, 10:56 PM
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 को भव्य और ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि आधुनिक तकनीक, सुरक्षा और सांस्कृतिक विविधता के प्रदर्शन का भी केंद्र बनेगा।
अंडरवाटर ड्रोन: पहली बार निगरानी के लिए तैनाती
इस बार महाकुंभ में पहली बार ‘अंडरवाटर ड्रोन’ का उपयोग किया जाएगा। संस्कृति मंत्रालय ने जानकारी दी है कि ये ड्रोन संगम क्षेत्र में चौबीस घंटे 100 मीटर गहराई तक निगरानी करने में सक्षम होंगे। यह तकनीक महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण कदम है।साथ ही, 2,700 कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) संचालित कैमरों के माध्यम से वास्तविक समय में निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। प्रवेश बिंदुओं पर चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग होगा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था और भी मजबूत होगी।40 करोड़ श्रद्धालुओं की मेजबानी की तैयारी
महाकुंभ 2025, 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इस 45 दिवसीय महोत्सव में दुनियाभर से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां कर रही है कि यह आयोजन सुरक्षित, समृद्ध और स्मरणीय हो।सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर
महाकुंभ के लिए तीर्थयात्रियों और आगंतुकों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है:- 92 सड़कों का नवीनीकरण: तीर्थयात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए इन सड़कों को पुनः विकसित किया जा रहा है।
- 30 पंटून पुलों का निर्माण: गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ये पुल बनाए जाएंगे।
- 800 बहुभाषीय साइन बोर्ड: अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों की सुविधा के लिए विभिन्न भाषाओं में साइन बोर्ड लगाए जाएंगे, जो भारत की सांस्कृतिक विविधता को भी प्रदर्शित करेंगे।
साइबर सुरक्षा पर विशेष ध्यान
महाकुंभ के दौरान साइबर सुरक्षा को लेकर भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं:- 56 साइबर विशेषज्ञों की टीम ऑनलाइन खतरों की निगरानी करेगी।
- हर पुलिस थाने में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित किए जा रहे हैं।
इन प्रयासों का उद्देश्य श्रद्धालुओं और आगंतुकों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना है।