Vikrant Shekhawat : Feb 13, 2024, 03:00 PM
Farmers Protest: किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च में शामिल युवाओं के एक समूह ने मंगलवार को अंबाला में शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा बैरिकेड से दूर रहने की अपील के बावजूद, कई युवा पीछे नहीं हटे और बैरिकेड के ऊपर खड़े रहे। उन्होंने बताया कि जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने लोहे का बैरिकेड तोड़ दिया और उसे घग्गर नदी के पुल से नीचे फेंकने की कोशिश की, तो पुलिस ने आंसू गैस के कई गोले छोड़े। बाद में पुलिस ने आंसू गैस का गोला गिराने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। किसानों को रोकने के लिए लगाई गई लोहे की कीलें, कटीले तारकिसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। दिल्ली की तीन सीमाओं - सिंघू, टिकरी और गाजीपुर पर दंगा-रोधी वर्दी में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को अत्यधिक संख्या में तैनात किया गया है। दिल्ली की सीमाओं पर बैरिकेडिंग के बारे में बात करते हुए, किसानों ने कहा कि ये उपाय उन्हें रोक नहीं पाएंगे क्योंकि वे आधे घंटे में बैरिकेड तोड़ देंगे।किसान आंदोलन पर आया राकेश टिकैत का बयानकिसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 22 जनवरी 2021 से उनकी केंद्र सरकार से कोई बातचीत नही हुई है. उन्होंने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि हम इनके साथ सर्मथन में हैं. अगर कोई छेड़खानी होगी तो इस देश को आंदोलन बताएगा.राकेश टिकैट ने विपक्ष को भी घेराकिसान नेता राकेश टिकैत ने कहा जब देश का विपक्ष कमजोर होता है तो देश में तानाशाहों का जन्म होता है। सब राजनीतिक पार्टीयां एक हैं। सत्ता वाले भी और विपक्ष वाले भी। ये अपनी सरकार बचाएं... जब देश का राजा ही ये कह रहा है कि हम 400 सीट जीतेंगे तो फिर देश में चुनाव की जरूरत कहां रह गई?... आप इसी चुनाव का नवीकरण कर लीजिए। आप क्यों देश को पागल बना रहे हैं। तमिलनाडु में किसानों का धरनात्रिची में तमिलनाडु के किसानों के एक समूह ने 'दिल्ली चलो' किसानों के विरोध को समर्थन दिया। किसान नेता पी अय्याकन्नु ने कहा कि संविधान के अनुसार, हम अपने अधिकारों के लिए देश के भीतर स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं, लेकिन पुलिस किसानों को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दे रही है...अगर पीएम मोदी आगामी चुनावों में तमिलनाडु के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ते हैं, तो किसान उस निर्वाचन क्षेत्र से उनके खिलाफ नामांकन दाखिल करेंगे। ड्रोन से छोड़े जा रहे आंसू गैस के गोलेहरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पार करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने ट्रैक्टरों से सीमेंट के बैरिकेड को जबरन हटाया। प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया।राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी दीकिसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि देश में बड़ी पूंजीवाद कंपनिया हैं। उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है और इस देश पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में दिक्कते आएंगी ही। अगर उनके(किसान) साथ कोई अन्याय हुआ। सरकार ने उनके लिए कोई दिक्कत पैदा की तो ना वो किसान हमसे ज्यादा दूर हैं और ना दिल्ली हमसे ज्यादा दूर है।