देश / पुलवामा के त्राल में आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फेंका ग्रेनेड, सात नागरिक घायल

जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के त्राल बस स्टैंड पर आज आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड से हमला कर दिया। ग्रेनेड हमले में सात नागरिकों को मामूली चोटें आई हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया, सभी घायलों की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल बस स्टैंड पर सुरक्षा कर्मियों की ओर ग्रेनेड फेंका था। ग्रेनेड निशाने पर नहीं लगा और बाजार में फट गया।

Vikrant Shekhawat : Jan 02, 2021, 01:50 PM
जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के त्राल बस स्टैंड पर आज आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड से हमला कर दिया। ग्रेनेड हमले में सात नागरिकों को मामूली चोटें आई हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया, सभी घायलों की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है।

पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, आतंकवादियों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में त्राल बस स्टैंड पर सुरक्षा कर्मियों की ओर ग्रेनेड फेंका था। ग्रेनेड निशाने पर नहीं लगा और बाजार में फट गया। इसकी चपेट में आकर कम से कम छह आम नागरिक घायल हो गए। घायलों को अस्पताल ले जाया गया। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।

एक दिन पहले ही पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक मददगार को गिरफ्तार कर उसके पास से विस्फोटक सामग्री समेत अन्य चीजें बरामद की थी। उसकी पहचान अकीफ अहमद तेली के रूप में की गयी। वह अवंतीपुरा के चेरसो का रहने वाला है।

नए साल के पहले दिन ही पाकिस्तान ने एलओसी पर की गोलीबारी

नए साल पर भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। एलओसी पर सीमापार से लगातार गोलीबारी की खबरें आ रही हैं। पाकिस्तानी सेना ने शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर स्थित अग्रिम चौकियों पर गोलाबारी की। इस घटना में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया। जिले के नौशेरा क्षेत्र में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे और शाम करीब साढ़े पांच बजे एलओसी के दूसरी तरफ से गोलीबारी और गोलाबारी किए जाने की घटना सामने आई।

अधिकारियों ने बताया, जम्मू कश्मीर में इस साल 203 आतंकवादी मारे गए और उनमें से 166 स्थानीय थे और 37 पाकिस्तानी या फिर विदेशी मूल के थे। 2020 में आतंकवाद संबंधी 96 घटनाएं हुईं। इन घटनाओं में 43 नागरिकों की भी जान गई जबकि 92 अन्य घायल हो गए। हताहत नागरिकों की संख्या में 2019 के मुकाबले कमी आई है, पिछले साल जहां 47 नागरिकों की मौत हुई थी और 185 अन्य घायल हुए थे।