Vikrant Shekhawat : Nov 01, 2022, 01:12 PM
Sukesh Chandrashekhar: ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सुकेश चंद्रशेखर ने दावा किया है कि उसने सत्येंद्र जैन को 10 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के तौर पर दिए थे.LG ने सुकेश की चिट्ठी को लेकर दिए जांच के आदेशतिहाड़ की जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने 18 अक्टूबर को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) को चिट्ठी लिखी थी और इस गोपनीय चिट्ठी के जरिए बड़ा खुलासा किया है. इस चिट्ठी को लेकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने जांच के आदेश दिए हैं.सुकेश और सत्येंद्र जैन घनिष्ठ मित्र: बीजेपीसुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) की चिट्ठी सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आम आदमी पार्टी (AAP) और सत्येंद्र जैन पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि ठग के घर मे ठगी हुई है. ठग को ठगनेवाले इस महाठग का नाम सतेंद्र जैन और आम आदमी पार्टी है. सुकेश चंद्रशेखर एक Extortionist यानी ठग है और आम आदमी पार्टी ने उससे ही ठगी कर ली. उन्होंने आगे कहा कि सुकेश चंद्रशेखर और सतेंद्र जैन दोनों घनिष्ट मित्र हैं. सुकेश को राज्यसभा भेजने का वादा किया गया था और चिट्ठी में सुकेश ने बताया हैकि इसके लिए 50 करोड़ लिया गया.AAP में बड़े पद के लिए दिए थे 50 करोड़ रुपये: सुकेशसुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने दावा किया है कि गिरफ्तारी से पहले उसे साउथ इंडिया में आम आदमी पार्टी (AAP) में बड़ा पद देने के लिए 50 करोड़ रुपये दिए थे. सुकेश ने दावा किया है कि आप के मंत्री और घोटाले के आरोप में तिहाड़ में बंद सत्येंद्र जैन उससे मिलने जेल भी गए थे.कई बार जेल में मिलने आए थे सत्येंद्र जैन: सुकेशपत्र में सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) ने दावा किया है कि साल 2017 में जब मैं तिहाड़ जेल में बंद था तब सत्येंद्र जैन जेल मंत्री थे और वे कई बार जेल में मिलने आए थे. उन्होंने कहा था कि मैं जांच एजेंसी के सामने आम आदमी पार्टी को दिए पैसे के बारे में जानकारी न दूं. इसके बाद 2019 में भी सत्येंद्र जैन सचिव और दोस्त सुशील जेल आए थे और मुझसे हर महीने 2 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी के तौर पर मांगे थे, ताकि मैं जेल में सुरक्षित रह सकूं और मुझे जेल में सुविधाएं मिल सकें.