इंडिया / बहुत बढ़ रही बेरोजगारी, देश के अमीरों को मैं सड़े हुए आलू की बोरी के बराबर मानता हूं: सत्यपाल मलिक

गोवा के पणजी में चल रहे भारत के 50वें अन्तरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI 2019) का गुरुवार को समापन हो गया। IFFI के समापन समारोह में राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी शामिल हुए और इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में देश में बढ़ती बेरोजगारी और गरीबी पर चिंता जाहिर की, साथ ही देश के अमीरों की तुलना सड़े आलू से कर डाली। हिंदुस्तान में सिर्फ वो नहीं हो रहा है, जो दिखाया जा रहा है, अभी भी बहुत कुछ है जो दिख नहीं रहा है।

Jansatta : Dec 01, 2019, 04:48 PM
पणजी | गोवा के पणजी में चल रहे भारत के 50वें अन्तरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI 2019) का गुरुवार को समापन हो गया। IFFI के समापन समारोह में राज्य के राज्यपाल सत्यपाल मलिक भी शामिल हुए और इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में देश में बढ़ती बेरोजगारी और गरीबी पर चिंता जाहिर की, साथ ही देश के अमीरों की तुलना सड़े आलू से कर डाली। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हिंदुस्तान में सिर्फ वो नहीं हो रहा है, जो दिखाया जा रहा है, अभी भी बहुत कुछ है जो दिख नहीं रहा है।

राज्यपाल ने कहा कि “हिंदुस्तान में अभी भी गरीबी है, बेरोजगारी है। यही किसान का हाल है। सुरक्षाबलों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जवानों को लेकर बहुत से लोग भाषण करते हैं। आपके देश में तो ऐसे लोग हैं, जिनके पास 14-14 मंजिल के मकान हैं, लेकिन एक पैसा भी चैरिटी नहीं करते हैं। जब जवान की अर्थी आती है तो श्रद्धांजलि देने के लिए विधायक, सांसद, जिलाधिकारी आ जाते हैं।”

राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान के झुनझुनु जिले में ऐसे गांव हैं, जहां हर घर के बाहर शहीद की प्रतिमा होगी, लेकिन जवान की शहादत के बाद उसकी पत्नी और बच्चों को कोई देखने भी नहीं जाता है। देश के अमीर एक पैसे की चैरिटी नहीं करते हैं, ना एजुकेशन के लिए करते हैं, ना जवानों के लिए करते हैं और ना ही किसानों के लिए करते हैं। राज्यपाल ने कहा कि विदेशों में कई उद्योगपति जमकर चैरिटी करते हैं, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स जैसे नाम शामिल हैं। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि ‘हमारे यहां का जो अमीर है, मैं उसे इंसान भी नहीं मानता और मैं उसे सड़े हुए आलू के बराबर मानता हूं।’

इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि फिल्मों का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए फिल्मकार अपनी फिल्मों में किसानों, जवानों के संघर्ष को दिखाएं और देश के अमीर, जो समाज के बारे में नहीं सोचते हैं, उन पर कटाक्ष करें। बता दें कि अन्तरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 20 नवंबर से शुरु होकर 28 नवंबर तक आयोजित हुआ। सत्यपाल मलिक गोवा का राज्यपाल बनाए जाने से पहले जम्मू कश्मीर के राज्यपाल का पद संभाल चुके हैं। उनके राज्यपाल रहते हुए ही जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधान हटाए गए थे।