Vikrant Shekhawat : Apr 12, 2022, 06:35 AM
जेएनयू में रविवार रात को दो पक्षों के बीच हुए बवाल के बाद वसंतकुंज नॉर्थ थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर केस दर्ज कर लिया है। पुलिस को दोनों पक्षों की ओर से कई शिकायतें मिली थीं। प्राथमिक जांच में पुलिस ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहे छात्रों के फोटो लेकर जेएनयू प्रशासन से उनकी पहचान करने में मदद के लिए कहा है।पुलिस ने मामले में मिली सभी शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए आईपीसी की धारा 323, 341, 509, 506, 34 में एफआईआर दर्ज की है। जिला पुलिस उपायुक्त ने मामले में जांच के लिए एसीपी के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया है। टीम ने सोमवार सुबह से ही अपनी जांच शुरू कर दी है। वहीं, इससे पूर्व रविवार रात पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए, वामपंथी छात्र संगठनों ने थाने के सामने प्रदर्शन किया। आलाधिकारियों से आश्वासन मिलने और एफआईआर दर्ज होने के बाद छात्र हटे। उधर, एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने भी रात को सद्भावना मार्च निकाला।पहचान करने के बाद छात्रों से होगी पूछताछसोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे छात्रों व शिकायतों में लिखे गए छात्रों की पहचान कर उनसे पूछताछ की जाएगी। अभी तक सोशल मीडिया में वायरल वीडियो से 20 फोटो निकाली गई है, जिनकी पहचान के लिए जेएनयू प्रशासन से मदद मांगी गई है। इसके बाद इन्हें नोटिस देकर पूछताछ की जाएगी।हॉस्टल में किसने चिपकाए पोस्टर?पुलिस के अनुसार, एक छात्र संगठन ने बताया कि कावेरी हॉस्टल में पोस्टर चिपकाकर धार्मिक कार्य करने की मनाही की गई थी। इसी के बाद विवाद शुरू हुआ था। पुलिस ने पोस्टर जब्त कर लिए हैं। पता चला कि जेएनयू प्रशासन ने पोस्टर नहीं लगवाए थे। जांच हो रही है कि पोस्टर किसने लगाए।हॉस्टल में मांसाहारी भोजन कोई समस्या नहीं : एबीवीपीजेएनयू में रविवार रात हुई घटना के बाद एबीवीपी ने जेएनयू मुख्य द्वार के बाहर प्रेसवार्ता की। संगठन ने वामपंथी छात्रों पर रामनवमी पूजा में विघ्न डालने व मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि वे मुद्दे को भटकाने के लिए इसमें मांसाहारी भोजन की बात ला रहे हैं। जबकि मांसाहारी भोजन से समस्या नहीं है।एबीवीपी की जेएनयू इकाई के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि सात दिन पहले ही कावेरी छात्रावास मेस समिति की आम सभा की बैठक (जीबीएम) में निर्णय हुआ था कि रामनवमी पर मेस में मांसाहारी भोजन नहीं बनाया जाएगा। 10 अप्रैल को अपराह्न 3:30 बजे वाम संगठन वाले पूजा बाधित करने आ गए। रात 8:30 बजे वाम संगठन के छात्रों ने हमला कर दिया। रविवार को कोयना, पेरियार आदि छात्रावासों में मांसाहारी भोजन परोसा गया था। बावजूद वे इसे मांसाहारी भोजन से जोड़ रहे हैं। वहीं, कावेरी छात्रावास के मेस सचिव रागिब ने कहा कि मेस वार्डन ने मांसाहारी भोजन न परोसने को कहा था लेकिन उन्होंने लिखित निर्देश नहीं दिया।विश्वविद्यालय परिसर में हिंसा बर्दाश्त नहीं: जेएनयू प्रशासनजेएनयू प्रशासन ने कावेरी हॉस्टल में हुई घटना के बाद बयान जारी किया है। जेएनयू प्रशासन ने कहा कि कैंपस में किसी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, रविवार देर रात कुलपति प्रो. शांति श्री पंडित ने अपनी टीम के साथ कावेरी हॉस्टल का दौरा किया। जेएनयू प्रशासन ने कहा कि रामनवमी पर छात्रावास में हवन का आयोजन किया गया था। कुछ छात्रों ने इसका विरोध किया था। छात्रों को वार्डन और डीन ने शांत करा दिया और हवन शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। इसके बावजूद कुछ छात्रों का समूह इससे खुश नहीं था और रात के भोजन के समय वहां हंगामा किया गया। इस दौरान दोनों समूहों में बहस हुई।