Vikrant Shekhawat : Sep 18, 2024, 08:53 AM
J&K Election 2024: जम्मू-कश्मीर में आज इतिहास की एक नई धारा लिखी जा रही है। बीते दस वर्षों में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और पहले चरण का मतदान शुरू हो चुका है। जम्मू के तीन जिलों और कश्मीर घाटी के चार जिलों में 24 सीटों पर मतदान हो रहा है। इन सीटों पर कुल 219 उम्मीदवार, जिनमें 90 निर्दलीय शामिल हैं, अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।अनुच्छेद 370 के बाद का पहला विधानसभा चुनावअगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 की निरस्ती के बाद से यह पहला विधानसभा चुनाव है। यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जो पिछले एक दशक में कई परिवर्तन और चुनौतियों का गवाह रहा है। जिन निर्वाचन क्षेत्रों में आज मतदान हो रहा है, उनमें पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपोरा, जैनापोरा, शोपियां, डीएच पोरा, कुलगाम, देवसर, दोरू, कोकेरनाग (एसटी), अनंतनाग पश्चिम, अनंतनाग, श्रीगुफवारा-बिजबेहरा, शांगस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पैडर-नागसेनी, भद्रवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन और बनिहाल शामिल हैं।राजनीतिक नेताओं की प्रतिक्रियाएंजम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के उम्मीदवार ने कहा, “10 साल बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को अपनी सरकार चुनने का मौका मिला है। लोगों में खुशी है और यह कतारें महंगाई, बेरोजगारी, अफसरशाही, और तानाशाही के खिलाफ लोगों के रोष का प्रतीक हैं।”भाजपा के उम्मीदवार सलीम भट ने बनिहाल विधानसभा क्षेत्र में मतदान करते हुए कहा, “बहुत खुशी हो रही है। इस बार विकास को वोट करना है। मैं लोगों से अपील करता हूं कि घरों से बाहर निकलें और मतदान करें ताकि यहाँ विकास हो सके।”मतदाता की सक्रियताजम्मू-कश्मीर में 24 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का उत्साह दिख रहा है। वीडियो में दिखाया गया है कि कुलगाम के एक मतदान केंद्र पर लोग मतदान करने के लिए उत्सुकता से कतार में खड़े हैं, जो चुनावी प्रक्रिया में जनता की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है।अमित शाह की अपीलकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने X पर एक पोस्ट के माध्यम से बढ़-चढ़कर मतदान की अपील की है। उन्होंने लिखा, “आतंकमुक्त जम्मू-कश्मीर का निर्माण, नागरिकों के अधिकारों की रक्षा, और विकास कार्यों को गति देने के लिए एक दृढ़ इच्छाशक्ति वाली सरकार की आवश्यकता है। आज के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान करने वाले मतदाताओं से मेरी अपील है कि एक ऐसी सरकार बनाने के लिए बढ़-चढ़कर मतदान करें जो यहाँ के युवाओं की शिक्षा, रोजगार, महिलाओं के सशक्तीकरण, और क्षेत्र में अलगाववाद व परिवारवाद की समाप्ति के लिए प्रतिबद्ध हो। पहले मतदान, फिर जलपान।”अगले चरणों की प्रतीक्षापहले चरण के मतदान के बाद, जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नया अध्याय खुलेगा। मतदान प्रक्रिया के साथ-साथ यह देखना भी दिलचस्प होगा कि क्या ये चुनाव क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीति में नए बदलाव ला सकते हैं। अगले चरणों में मतदान की तारीखों की घोषणा के साथ ही यह स्पष्ट होगा कि जम्मू-कश्मीर के मतदाता किस दिशा में अपना जनादेश देंगे।