Vikrant Shekhawat : Apr 26, 2021, 06:43 PM
नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच अब सरकार का कहना है कि अब समय आ गया है कि हमें घर पर रहते हुए भी मास्क लगाने की जरूरत है. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने सोमवार को कहा कि यह समय किसी को भी घर पर आमंत्रण देने का नहीं है बल्कि घर पर रहने और घर पर भी मास्क लगाकर रहने का है. वहीं कोरोना के शुरुआती लक्षण देखे जाने पर लोगों से घर पर ही आइसोलेट होने के लिए कहा है. डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि शुरुआती लक्षण दिखने पर खुद को तत्काल आइसोलेट करें. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने तक का इंतजार ना करें. उन्होंने कहा कि ऐसे में आरटी-पीसीआर टेस्ट निगेटिव आने की संभावना है, लेकिन फिर भी लक्षण को देखते हुए खुद को संक्रमित मानें और सभी गाइडलाइन को फॉलो करें. इसके अलावा स्वास्थ्य संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मास्क नहीं लगाने पर बढ़ने वाले खतरे की बात की. उन्होंने कहा कि अगर दो लोग मास्क नहीं पहनते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते हैं तो इससे कोरोना संक्रमण का खतरा 90 फीसदी तक बढ़ सकता है. वहीं अगर व्यक्ति मास्क लगाता है और गाइडलाइन का पालन करता है तो खतरा 30 फीसदी तक कम हो सकता है. एक संक्रमित व्यक्ति से 406 लोग हो सकते हैं संक्रमितउन्होंने कहा कि अगर गाइडलाइन का पालन नहीं किया जाता है तो एक संक्रमित मरीज 30 दिनों में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है. ऐसे में अगर कोरोना संबंधित गाइडलाइन का पालन किया जाता है तो यह खतरा तीस प्रतिशत तक कम हो सकता है. 24 घंटे में कोरोना के साढ़े तीन लाख से ज्यादा केसबता दें कि 24 घंटे में देश में कोरोना के साढ़े तीन लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं. जबकि 2812 मरीजों ने दम तोड़ दिया. इन सबके बीच 24 घंटे में 2 लाख 19 हजार से ज्यादा मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज किए गए. देश में फिलहाल 28 लाख 13 हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं.उधर हालात पर काबू करने के लिए टीकाकरण अभियान जोरों पर है. अब तक 14 करोड़ 19 लाख से ज्यादा लोग टीका लगा चुके हैं. इन सबके बीच हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे. बीते रोज महाराष्ट्र में 24 घंटे में 66 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए थे. जबकि एक दिन में 832 लोगों की जान चली गई.