Vikrant Shekhawat : Oct 03, 2024, 07:00 AM
Mahima Chaudhry: बॉलीवुड एक्ट्रेस महिमा चौधरी 8 साल के लंबे ब्रेक के बाद बड़े पर्दे पर वापसी के लिए तैयार हैं। ब्रेस्ट कैंसर से जंग जीतने के बाद, महिमा अब अनुपम खेर स्टारर फिल्म 'द सिग्नेचर' में नजर आएंगी। लेकिन उनकी वापसी से पहले, उन्होंने हाल ही में अपने जीवन के एक ऐसे दर्दनाक अध्याय को साझा किया, जिसने उनकी पूरी जिंदगी बदल दी। 1999 में फिल्म ‘दिल क्या करे’ की शूटिंग के दौरान हुए कार एक्सिडेंट ने महिमा के करियर और उनके आत्मविश्वास को गहरा झटका दिया था। इस फिल्म में उनके साथ अजय देवगन थे और डायरेक्शन प्रकाश झा ने किया था।एक्सिडेंट जो जिंदगी बदलने वाला साबित हुआमहिमा ने अपने एक्सिडेंट के बारे में बात करते हुए खुलासा किया कि यह हादसा उनकी जिंदगी का सबसे कठिन दौर था। उन्होंने बताया कि उस दुर्घटना के दौरान उनके चेहरे पर कांच के टुकड़े घुस गए थे। उस समय महिमा ने अजय देवगन और प्रकाश झा से रिक्वेस्ट की थी कि वे इस एक्सिडेंट को सीक्रेट रखें। महिमा को डर था कि अगर यह खबर फिल्म इंडस्ट्री में फैल गई, तो उनका करियर खत्म हो सकता है।महिमा ने बताया, "जब मेरा एक्सीडेंट हुआ, तो मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मेरे चेहरे पर इतने सारे कट हैं। इस एक्सिडेंट में मेरे चेहरे में कांच के टुकड़े घुस गए थे और इसका पता मुझे तब चला जब मैंने शीशे में अपना चेहरा देखा। इससे पहले, मैं प्रकाश जी से कह रही थी कि अगर ज्यादा चोट नहीं आई है, तो हम शूटिंग कर सकते हैं।”20 साल तक छुपाई हकीकतमहिमा ने खुलासा किया कि इस हादसे के बाद उन्होंने अजय देवगन और प्रकाश झा से इस घटना को किसी से साझा न करने की विनती की थी। वह इसे छुपाकर रखना चाहती थीं क्योंकि उन्हें डर था कि इससे फिल्म इंडस्ट्री में उनका करियर खतरे में पड़ सकता है। महिमा ने कहा, “अजय और प्रकाश जी ने 20 सालों तक इस बारे में किसी को नहीं बताया। जब मैंने खुद इस कहानी को साझा किया, तब जाकर लोगों को इसके बारे में पता चला।”करियर पर संदेह और आत्मविश्वास में कमीमहिमा चौधरी ने बताया कि उस एक्सिडेंट के बाद उनका आत्मविश्वास बुरी तरह हिल गया था। उन्होंने कहा, “अजय मुझसे कहते थे कि सर्जरी के बाद सब ठीक हो जाएगा, लेकिन मुझे इस पर यकीन नहीं था। उस समय यह मेरे लिए बेहद तनावपूर्ण था, और मैं अपने करियर के बारे में संदेह में थी। मैं दूसरे करियर ऑप्शंस के बारे में सोचने लगी थी।”चेहरे पर पड़ा गहरा असरमहिमा चौधरी ने यह भी बताया कि इस एक्सिडेंट ने उनके चेहरे पर स्थायी प्रभाव डाला। उन्होंने कहा, “आज भी मेरी एक आंख दूसरी आंख से छोटी है। इस एक्सिडेंट के बाद से मैं कभी कैमरे के सामने सीधे पोज नहीं देती थी। मैं अपना चेहरा थोड़ा झुकाकर पोज देती थी ताकि चेहरे का फर्क नजर न आए।”ब्रेस्ट कैंसर से जीत और नई शुरुआतएक भयानक एक्सिडेंट और उसके बाद ब्रेस्ट कैंसर से जंग जीतने के बाद, महिमा चौधरी अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और आत्मविश्वास से भरी नजर आती हैं। फिल्म ‘द सिग्नेचर’ के जरिए महिमा ने एक बार फिर अपने अभिनय की दुनिया में कदम रखा है। उनकी यह वापसी न केवल उनके प्रशंसकों के लिए एक खुशी का मौका है, बल्कि यह भी साबित करती है कि कठिनाईयों से गुजरकर भी इंसान अपने सपनों की ओर लौट सकता है।महिमा चौधरी की यह कहानी साहस और दृढ़ता का प्रतीक है, जो हर किसी के लिए प्रेरणादायक है।