Vikrant Shekhawat : Jul 17, 2022, 08:12 PM
New Delhi : केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी की ओर से उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम के ऐलान के बाद अब विपक्ष ने भी अपने कैंडिडेट की घोषणा कर दी है। विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार रहेंगी। अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर 17 विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक में लिया गया। मार्गरेट अल्वा के नाम के ऐलान के बाद आइये अब जान लेते हैं कौन हैं ये और इनका राजनीतिक करियर कैसा रहा है?Margaret Alva Profile:कर्नाटक के मंगलुरू में जन्मी 80 साल की अल्वा गोवा, गुजरात, राजस्थान और उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। अल्वा का लंबा राजनीतिक करियर रहा है। कांग्रेस सांसद रहते हुए वो केन्द्र सरकार में चार बार महत्वपूर्ण महकमों की राज्यमंत्री भी रह चुकी हैं।1974 में पहली बार सांसद बनींकांग्रेस की नेता मार्गरेट अल्वा 1974 में पहली बार सांसद बनीं। राज्यसभा और लोकसभा को मिलकार कुल पांच बार संसद सदस्य रहीं। 1999 में उत्तर कन्नड़ से लोकसभा चुनाव जीती थीं। एक सांसद के रूप में उन्होंने महिला-कल्याण के कई कानून पास कराने में अपनी प्रभावी भूमिका अदा की। कांग्रेस सरकार में महिला सशक्तिकरण संबंधी नीतियों को तैयार कराने और उन्हें पास कराने में अल्वा का अहम योगदान रहा है। उत्तराखंड की पहली महिला राज्यपाल बनीं थींकेंद्र में यूपीए की सरकार के दौरान 6 अगस्त 2009 को उन्हें उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया। इसके बाद आगे चलकर उन्हें गुजरात, राजस्थान का राज्यपाल भी बनाया गया। किसी महिला की ओर से समाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में किए गए अहम योगदान के लिए उन्हें 2012 में मर्सी रवि अवार्ड से सम्मानित किया गया था।17 दलों ने सर्वसम्मति से लिया फैसलाराष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने कहा, 'हमारी सामूहिक सोच है कि अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।'' पवार ने कहा कि कुल 17 दलों ने सर्वसम्मति से अल्वा को मैदान में उतारने का फैसला किया है और तृणमूल कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी के समर्थन से वह कुल 19 पार्टियों की संयुक्त उम्मीदवार होंगी।