Aligarh Muslim University / आखिर AMU का वीसी कौन बनेगा? मीटिंग में इन तीन नामों पर लगी मुहर

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नए वीसी के लिए एएमयू कोर्ट की बैठक ने तीन नाम फाइनल किए हैं. अब इन्हें राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. वहां से जिस नाम पर आखिरी मुहर लगेगी. वही एएमयू का कुलपति बनेगा. आज, 6 नवंबर को दिन भर हलचलें तेज रहीं. यूनिवर्सिटी में इन दिनों नए वाइस चांसलर के चुनाव को लेकर प्रक्रिया जारी है. इसी सिलसिले में आज AMU कोर्ट की बैठक हुई.

Vikrant Shekhawat : Nov 06, 2023, 07:50 PM
Aligarh Muslim University: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नए वीसी के लिए एएमयू कोर्ट की बैठक ने तीन नाम फाइनल किए हैं. अब इन्हें राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. वहां से जिस नाम पर आखिरी मुहर लगेगी. वही एएमयू का कुलपति बनेगा. आज, 6 नवंबर को दिन भर हलचलें तेज रहीं. यूनिवर्सिटी में इन दिनों नए वाइस चांसलर के चुनाव को लेकर प्रक्रिया जारी है. इसी सिलसिले में आज AMU कोर्ट की बैठक हुई.

आज सुबह 11 बजे से मीटिंग शुरू हुई. बैठक का एजेंडा नए वीसी के लिए तीन नाम का पैनल तैयार करना था. इस पैनल को फिर राष्ट्रपति भवन भेजा जाएगा. वहां से इन पैनल में से राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू किसी एक नाम पर फैसला करेंगी और वही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नए वीसी बनेंगे.

AMU कोर्ट की मीटिंग के आखिरी में वोटिंग कराई गई. यूनिवर्सिटी के एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने पांच नाम का पैनल तैयार किया था. कोर्ट के सभी 84 सदस्यों ने मतदान किया. जिनमें लोकसभा और राज्य सभा के कई सांसद भी शामिल हुए. बीजेपी से महेश शर्मा, राजवीर सिंह, सतीश गौतम, भोला सिंह, हरनाथ सिंह यादव, गुलाम अली खटाना और राजेन्द्र अग्रवाल ने वोट डाले. जबकि CPI(M) के सांसद ए ए रहीम, कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी और बीएसपी के दानिश अली ने मतदान किया. वोटिंग के आधार पर तीन लोगों का पैनल तैयार किया गया.

ये तीन नाम हुए फाइनल

AMU कोर्ट की मीटिंग में सबसे अधिक वोट मुजफ्फर उरूज रब्बानी को मिले. उनके पक्ष में 61 वोट पड़े, जबकि प्रोफेसर फैजान मुस्तफा को 53 और प्रो. नईमा गुलरेज को 50 वोट मिले. मतदान के बाद इन तीनों का पैनल राष्ट्रपति को भेजने का फैसला हुआ है. मतलब ये है कि इनमें से ही कोई एक अब AMU का नया वाइस चांसलर होगा.

ये नाम पैनल से हुए बाहर

फुरकान कमर को 45 और कयूम हुसैन को महज 43 वोट ही मिले. इसलिए इन दोनों का नाम पैनल से बाहर कर दिया गया है. तारिक मंसूर के इस्तीफे के बाद से ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर का पद ख़ाली है. डॉक्टर मंसूर अब बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. उन्हें यूपी में विधान परिषद का सदस्य भी बनाया गया है. मंसूर का गुट वीसी के लिए नईमा गुलरेज के लिए लॉबिंग कर रहा है. नईमा के पति मोहम्मद गुलरेज इस समय यूनिवर्सिटी के कार्यवाहक वीसी हैं