Vikrant Shekhawat : Aug 27, 2021, 03:36 PM
UK Afghanistan Mission: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने कहा कि उनकी सरकार काबुल एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमलों के बावजूद भी निकासी अभियान जारी रखेगी. गुरुवार को हुए इन हमलों में अभी तक कम से कम 95 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अफगानिस्तान की स्थिति पर हुई आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता करने के बाद जॉनसन (Boris Johnson) ने कहा कि ब्रिटेन के विमान ‘आखिरी क्षण’ तक लोगों की निकासी करते रहेंगे. वहीं रक्षा मंत्री बेन वॉलेस ने कहा कि ब्रिटेन का मिशन ‘अगले चंद घंटों में पूरा’ हो जाएगा.ब्रिटिश पीएम ने कहा, ‘हमें मिले टाइम टेबल के अनुसार, हम जिस तरह से अभियान को चला रहे हैं, उसे जारी रखने में भी सक्षम हैं. और हम यही करने भी जा रहे हैं.’ ये हमला अमेरिका की 31 अगस्त की समयसीमा के आखिरी दिनों में हुआ है, जिसके चलते विभिन्न देशों को अपने नागरिकों और अफगानों की निकासी में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है (Kabul Airport Blast Updates). जॉनसन ने कहा कि सेना महीनों से निकासी की तैयारी कर रही थी और हम सुरक्षा से जुड़े खतरों के बारे में भी जानते थे.बोरिस जॉनसन ने हमलों की निंदा कीबोरिस जॉनसन ने कहा, ‘हम इन हमलों की निंदा करते हैं. मुझे लगता है कि वे नीच हैं, लेकिन इसके लिए हमें तैयारी करनी चाहिए थी.’ उन्होंने हमले में जान गंवाने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. साथ ही कहा कि जो अफगान लोग ब्रिटेन आने के योग्य हैं, अगर वह समयसीमा (Afghanistan Troops Withdrawal) खत्म होने से पहले नहीं आ सके, तो उनकी सरकार तालिबान पर दबाव डालेगी कि इन लोगों को आने दिया जाए. इसके लिए राजनीतिक या आर्थिक या फिर कूटनीतिक सभी तरह से कोशिश की जाएगी.गोलीबारी के बीच दो भीषण धमाकेएक दिन पहले काबुल के हामिद करजई एयरपोर्ट (Kabul Airport Attack) पर उस वक्त दो भीषण धमाके हुए, जब वहां भारी मात्रा में आम नागरिक मौजूद थे, जो तालिबान के खौफ से अफगानिस्तान छोड़ने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं. पहला धमाका शाम छह बजे (स्थानीय समयानुसार) एयरपोर्ट के नजदीक बैरन होटल के करीब हुआ, जिसका इस्तेमाल ब्रिटिश अधिकारी कर रहे थे. इसके बाद गोलीबारी की आवाजें सुनी गईं, इसी बीच एक और धमाका एयरपोर्ट के एबी गेट के पास हुआ. ये एयरपोर्ट के प्रमुख गेट के पास स्थित है. हादसे में मारे गए लोगों में 13 अमेरिकी सैनिक भी शामिल हैं.ISIS-K ने ली है जिम्मेदारीइसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खुरासान ने ली है, जो आईएसआईएस (What is ISIS-K) के नाम से जाना जाने वाला वैश्विक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट समूह की अफगानिस्तान शाखा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमले के पीछे जिम्मेदार लोगों को नहीं छोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि ना हम इसे भूलेंगे और ना ही किसी को माफ करेंगे.