MP Assembly Election 2023 / क्या MP में BJP की सरकार बनी गयी तो शिवराज सिंह फिर बनेंगे CM? शाह ने दिया ये जवाब

चुनावी साल में लगातार मध्य प्रदेश के दौरे कर रहे केंद्रीय गृह मंत्री रविवार को एक बार फिर राज्य की राजधानी पहुंचे. इस दौरान शाह ने गरीब कल्याण महाअभियान का रिपोर्ट कार्ड पेश किया और जमकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेताओं पर भी बरसे. इसी दौरान अमित शाह सूबे की सियासत में यक्ष प्रश्न बन रहे सवाल का जवाब भी इशारों-इशारों में दे गए. अमित शाह ने बातों-बातों में इशारा कर दिया कि अगर फिर एक बार मध्य प्रदेश में बीजेपी का

Vikrant Shekhawat : Aug 20, 2023, 06:19 PM
MP Assembly Election 2023: चुनावी साल में लगातार मध्य प्रदेश के दौरे कर रहे केंद्रीय गृह मंत्री रविवार को एक बार फिर राज्य की राजधानी पहुंचे. इस दौरान शाह ने गरीब कल्याण महाअभियान का रिपोर्ट कार्ड पेश किया और जमकर विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेताओं पर भी बरसे. इसी दौरान अमित शाह सूबे की सियासत में यक्ष प्रश्न बन रहे सवाल का जवाब भी इशारों-इशारों में दे गए. अमित शाह ने बातों-बातों में इशारा कर दिया कि अगर फिर एक बार मध्य प्रदेश में बीजेपी का कमल खिलता है तो मुख्यमंत्री कौन होगा.

अमित शाह से जब इस बाबत सवाल किया गया कि अगर भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से मध्य प्रदेश में सरकार बनाने में कामयाब होती है तो क्या पार्टी किसी अन्य नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी या शिवराज सिंह चौहान ही इस पद पर काबिज रहेंगे. सूबे की सियासत के इस यक्ष प्रश्न का जवाब देते हुए अमित शाह ने बस इतना ही कहा, ‘शिवराज जी तो मुख्यमंत्री हैं हीं. हमारी पार्टी का काम है और हम ये तय करेंगे. अभी हम चुनाव में हैं.’

शाह का इशारा और बीजेपी की केंद्रीय नेतृत्व में लड़ने की मुहिम

राजनीति के जानकारों की मानें तो अमित शाह का इस सवाल पर सीधा जवाब न देना भविष्य में होने वाली घटनाओं की ओर साफ-साफ इशारा कर रहा है. ये इशारा बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व में लड़ने की मुहिम के साथ जोड़ने पर और भी साफ हो जाता है. शिवराज सिंह चौहान 15 साल से राज्य के मुख्यमंत्री हैं, लेकिन इसके बाद भी सीधे-सीधे सीएम फेस के लिए उनका नाम न लेना इशारा करता है कि बीजेपी चुनाव जीतने के बाद किसी नए चेहरे पर भी दांव लगा सकती है. हालांकि इसको लेकर भी साफ-साफ न ही अमित शाह ने कुछ कहा है और न ही किसी अन्य नेता ने.

हालांकि बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि मध्य प्रदेश का चुनाव पूरी तरह केंद्रीय नेतृत्व के तहत लड़ा जाएगा और चुनाव बाद ही मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान किया जाएगा. सूबे में बढ़ती गुटबाजी को दबाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने चुनावों की लगाम अपने हाथ में ली और खुद अमित शाह इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. साथ ही बीजेपी ने ये भी साफ कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही मध्य प्रदेश का चुनाव लड़ा जाएगा.

मध्य प्रदेश का चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाए: अमित शाह

केंद्रीय नेतृत्व भी इस ऐलान के बाद से सूबे में सक्रिय है. अमित शाह लगातार दौरे कर रहे हैं और विपक्ष पर हमला बोल रहे हैं. रविवार को भी शाह ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला. शाह ने कहा हम चाहते हैं कि ये चुनाव सिर्फ विकास के मुद्दे पर हो. कांग्रेस की परंपरा थी कि जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण के आधार पर चुनाव को घसीट कर ले जाया जाए. मोदी जी ने नई परंपरा शुरू की है पॉलिटिक्स ऑफ़ परफॉर्मेंस की.

शाह ने आगे कहा कि परफॉर्मेंस पर जनता निर्णय करेगी. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमने सारे एजेंडे खत्म कर दिए हैं. आर्टिकल 370 को समाप्त किया है. राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. यहां महाकाल लोक भी बना है. ढेर सारे काम हमने किए हैं. हम जरूर चाहेंगे की चुनाव विकास के मुद्दे पर हो.