देश / सितंबर में शुरू होगी वैक्सीन की आपूर्ति, 1-2 सप्ताह में तय होगी कीमत: ज़ायडस कैडिला

ज़ायडस कैडिला के एमडी शरविल पटेल ने कहा है कि कंपनी अगले 1-2 सप्ताह में अपनी कोविड-19 वैक्सीन की कीमत तय करेगी और आपूर्ति सितंबर के मध्य से होगी। उन्होंने कहा कि ज़ायडस का लक्ष्य अक्टूबर से 1 करोड़ डोज़/माह उत्पादन करना है। ZyCoV-D भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंज़ूरी पाने वाली डीएनए आधारित दुनिया की पहली कोविड-19 वैक्सीन है।

Vikrant Shekhawat : Aug 22, 2021, 07:12 AM
नई दिल्ली: जाइडस कैडिला (Zydus Cadila) के स्वदेश में विकसित कोरोना वैक्सीन जाइकोव-डी (ZyCoV-D) को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने शुक्रवार को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इस वैक्सीन को 12 साल एवं इससे अधिक उम्र के लोगों को दिया जा सकता है। इस बीच, कैडिला हेल्थकेयर (Cadila Healthcare) ने कहा है कि दुनिया की पहली प्लास्मिड DNA वैक्सीन ZyCoV-D को सितंबर में लॉन्च करने की योजना बना रही है।

जाइडस कैडिला के मैनेजिंग डायरेक्टर शर्विल पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम इसे जल्द से जल्द लॉन्च करने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। वैक्सीन की कीमत को लेकर पटेल ने कहा कि कंपनी नियामक प्राधिकरणों के साथ काम कर रही है और अगले एक-दो सप्ताह में कीमत का ऐलान होने की उम्मीद है।

पटेल ने कहा कि कीमत तकनीक, डिलीवरी और वॉल्यूम पर निर्भर करेगी और हमारे पास बेंचमार्क प्राइसिंग भी है। उन्होंने कहा कि कंपनी दिसंबर के अंत तक ZyCoV-D की चार करोड़ डोज और जनवरी के अंत तक संभवतः पांच करोड़ की आपूर्ति करने का लक्ष्य बना रही है।

उन्होंने कहा कि Zydus के पास ZyCoV-D की सालाना 10-12 करोड़ डोज बनाने की क्षमता है। ZyCoV-D तीन डोज वाला वैक्सीन है, जिसे डोज लगने के बाद दूसरी डोज 28वें दिन और तीसरी डोज 56वें दिन लगाई जाएगी। यह वैक्सीन को 12 वर्ष से ज्यादा की उम्र के बच्चों को लगाई जाएगी। 

इससे पहले देश में पांच वैक्सीन को मंजूरी मिली है। इनमें सीरम इस्टीट्यूट का कोविशील्ड, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन, रूस का स्पूतनिक वी तथा अमेरिका का मॉडर्ना एवं जॉनसन एंड जॉनसन का वैक्सीन शामिल है। इन वैक्सीनों में से कोविशील्ड, कोवैक्सीन एवं स्पूतनिक वी का देश में इस्तेमाल हो रहा है। इस मंजूरी के साथ जाइकोव-डी छठा वैक्सीन हो जाएगा।

कोविशील्ड, कोवैक्सीन एवं स्पूतनिक-वी केवल उन लोगों को दिया जा रहा है जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है और इन वैक्सीन को दो डोज में दिया जा रहा है। इसके विपरीत जाइकोव-डी 12 से 18 वर्ष के आयुवर्ग में तीन डोज में दिया जा सकेगा।

ZyCoV-D डीएनए आधारित दुनिया का पहला कोरोना वैक्सीन है। इसके अनुसार वैक्सीन की तीन डोज दिए जाने पर यह SARS-CoV-2 वायरस के स्पाइक प्रोटीन का उत्पादन करता है जो बीमारी तथा वायरस से सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।