उदयपुर / राजस्थान की सांभर झील में 10 दिनों के अंदर 17,000 प्रवासी पक्षियों की मौत

राजस्थान सरकार ने सांभर झील में 10 दिनों के अंदर 17,454 प्रवासी पक्षियों की मौत की पुष्टि की है। मामले में जांच जारी है लेकिन सरकार ने अब तक पक्षियों की मौत का कारण स्पष्ट नहीं किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके पीछे एक बैक्टीरिया से पैदा होने वाली 'एवियन बोटुलिज़्म' बीमारी हो सकती है।

NDTV : Nov 20, 2019, 10:53 AM
जयपुर: राजस्थान के जयपुर (Jaipur), नागौर (Nagaur) और अजमेर (Ajmer) जिलों में फैली सांभर झील (Sambhar Lake) में पिछले आठ दिनों में लगभग 17,000 प्रवासी पक्षियों (Migratory birds) की मौत हो चुकी है. जयपुर जिला कलेक्टर जगरूप सिंह यादव ने बताया कि पक्षियों की मौत संभवतया बोटुलिज्म (Botulism) के कारण हुई है. बोटुलिज्म का अर्थ है मृत पक्षियों के जीवाणुओं से पक्षियों में पनपी अपंगता.

मुख्य वन्यजीव संरक्षक अरिंदम तोमर ने सोमवार को बताया कि मृत पक्षियों की संख्या में वृद्वि हुई है और 10 नवम्बर से अब तक यह संख्या लगभग 17,000 तक पहुंच गई है. उन्होंने बताया कि मृत पक्षियों के कंकालों को नष्ट कर दिया गया है. जयपुर में अब तक 8,500 पक्षियों की मौत हो चुकी है.

इन प्रवासी पक्षियों की हुई मौत

बता दें, नार्थन शोवलर्स, रूडी शेलडक, प्लोवर्स, एवोसेट्स सहित कई प्रवासी पक्षियों की सांभर झील में मौत हो चुकी है. अधिकारियों ने पक्षियों की मौत बर्ड फ्लू के कारण होने से इंकार किया है.

गौरतलब है कि नमक के लिए दुनियाभर में प्रसिद्व सांभर झील के इलाके में पिछले कुछ दिनों में कई प्रवासी पक्षियों की मौत हो चुकी है.