Coronavirus / कोरोना वायरस के 40 फीसदी संक्रमितों में नहीं कोई लक्षण, कोविड के खात्‍मे में हो सकते हैं अहम

दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले दो करोड़ के करीब पहुंच चुके हैं। साथ ही 7।29 लाख लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं दुनिया में बड़ी संख्‍या उन कोरोना वायरस संक्रमितों की भी है, जिनमें इस बीमारी का कोई भी लक्षण नहीं दिखता है। इस पर सैन फ्रांसिस्‍को स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में इंफेक्‍शस डिज़ीज़ स्‍पेशलिस्‍ट मोनिका गांधी ने एक शोध किया है।

News18 : Aug 09, 2020, 01:44 PM
नई दिल्‍ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के कुल मामले दो करोड़ के करीब पहुंच चुके हैं। साथ ही 7।29 लाख लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं दुनिया में बड़ी संख्‍या उन कोरोना वायरस (Covid 19) संक्रमितों की भी है, जिनमें इस बीमारी का कोई भी लक्षण नहीं दिखता है। इस पर सैन फ्रांसिस्‍को स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में इंफेक्‍शस डिज़ीज़ स्‍पेशलिस्‍ट मोनिका गांधी ने एक शोध किया है। इसमें उन्‍होंने कहा है कि दुनिया में अब 40 फीसदी कोरोना मरीज एसिम्प्टोमैटिक यानी गैर लक्षणी हैं और यह कोविड-19 के खात्‍मे में अहम हो सकते हैं।

मोनिका गांधी ने कहा कि कोरोना वायरस के एसिम्प्टोमैटिक मरीजों की उच्‍च दर अच्‍छी बात है। यह निजी तौर पर और समाज के लिए अच्‍छा है। बिना लक्षणों वाले संक्रमितों के ऐसे ही कुछ उदाहरण हैं। जैसे बोस्‍टन के होमलेस शेल्‍टर में 147 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। इनमें से 88 फीसदी एसिम्प्टोमैटिक हैं। आर्क में टाइसन फूड्स पॉल्‍ट्री प्‍लांट में 481 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। इनमें से 95 फीसदी में कोई लक्षण नहीं है।

जर्नल ऑफ इंटरनल मेडिसिन में इस महीने प्रकाशित एक लेख में मोनिका गांधी ने बताया कि महामारी की शुरुआत में जब लोगों ने मास्‍क पहनना शुरू नहीं किया था, तब 15 फीसदी लोग एसिम्प्टोमैटिक थे। लेकिन बाद में जब लोगों ने मास्‍क पहनना शुरू किया तो 40 से 45 फीसदी लोग गैर लक्षणी हो गए।