Vikrant Shekhawat : Jun 19, 2024, 10:30 AM
Rajasthan News: 20 साल तक खुद की जगह डमी शिक्षक रखकर स्कूल में पढ़वाने वाले हेड मास्टर और उसकी पत्नी से 9 करोड़ 31 लाख 50 लाख 373 रुपए की रिकवरी होगी। शिक्षा विभाग के पदेन पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) ने पति-पत्नी के खिलाफ मंगलवार को बारां सदर थाने में मामला दर्ज कराया है। आरोपी दंपती अभी फरार चल रहे हैं। राजस्थान में संभवत ऐसा पहला मामला होगा, जिसमें इतनी बड़ी राशि रिकवरी होगी। पीईईओ अनिल गुप्ता ने बताया- हेड मास्टर विष्णु गर्ग और उसकी पत्नी मंजू गर्ग करीब 20 साल से शहर के समीप स्थित गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल राजपुरा में पदस्थापित थे। पति-पत्नी खुद स्कूल में स्टडेंट को न पढ़ाकर अपनी जगह डमी शिक्षक रखे हुए थे।करीब 6 महीने पहले इन शिक्षकों की यह कारगुजारी पकड़ी गई थी। पुलिस और शिक्षा विभाग ने यहां पढ़ा रहे तीन अन्य शिक्षकों को भी गिरफ्तार किया था।हालांकि जब केवल इंक्रीमेंट रोककर मामला रफा-दफा हो गया था। राजस्थान में भाजपा सरकार बनने के बाद पति-पत्नी पर शिक्षा विभाग ने शिकंजा कस दिया।भाजपा सरकार बनने के बाद कसा शिकंजापति-पत्नी अपनी गिरफ्तारी के डर से फरार हो गए। इस मामले में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी बयान दिया था कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी, जो राजस्थान में मिसाल बनेगी।पति-पत्नी पर 9 करोड़ 31 लाख 50 हजार 373 रुपए की राशि शिक्षा विभाग रिकवरी करेगा। विष्णु गर्ग से 4 करोड़ 92 लाख 69 हजार 146 और मंजू गर्ग से 4 करोड़ 38 लाख 81 हजार 227 रुपए से लिए जाएंगे।रिकवरी को लेकर पीईईओ गुप्ता की ओर से सदर थाने में एफआईआर दी गई। हालांकि इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी पीयूष कुमार शर्मा का कहना है कि इसकी जांच डायरेक्टरेट स्तर पर चल रही है।सदर थाना सीआई छुट्टन लाल मीना ने बताया- पुलिस मामले की जांच कर रही है।डेढ़ लाख सैलरी उठाते थे, 15 हजार में रखे 3 टीचरआरोपी टीचर दंपती हर महीने सरकार से करीब डेढ़ लाख रुपए से अधिक सैलरी उठा थे। पति इसी स्कूल में हेड मास्टर और उसकी पत्नी शिक्षक थी। इन्होंने 15 हजार रुपए में 3 टीचर रख रखे थे।एसपी से शिकायत करने पर खुला था मामलास्कूल में आरोपी पति-पत्नी के अलावा एक महिला टीचर और कार्यरत थी। स्कूल में 60 से अधिक बच्चे हैं। किसी व्यक्ति ने दिसंबर 2023 में बारां के एसपी राजकुमार चौधरी को लेटर लिखकर इसकी शिकायत की थी। एसपी के निर्देश पर जांच की गई तो पूरा मामला सामने आ गया था।