Vikrant Shekhawat : Jan 05, 2021, 04:02 PM
Delhi: देश में बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच अब झाबुआ के विश्व प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे को अलग-थलग रखा जा रहा है। साथ ही, करकानाथ चिकन की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए, विटामिन और हल्दी की प्रतिरक्षा बूस्टर खुराक उन्हें दी जा रही है। बर्ड फ्लू से बचाव के लिए झाबुआ में कड़कनाथ मुर्गे को अलग-थलग रखा जा रहा है। झाबुआ में कृषि अनुसंधान कड़कनाथ अलगाव में कड़कनाथ केंद्र में रखा जा रहा है।
सरकारी सलाह के कारण, न तो कोई पक्षी बाहर से लाया जा रहा है और न ही बाहरी लोगों को केंद्र में प्रवेश मिल रहा है।झाबुआ के कर्णनाथ केंद्र (KVK) के प्रमुख, डॉ। आईएस तोमर ने कहा कि सलाहकार के बाद हम सतर्क हैं। केदारनाथ में हल्दी, विटामिन सी, डी और ई के अलावा एक तरल तरीके से प्रतिरक्षा बूस्टर खुराक के रूप में दिया जा रहा है ताकि बर्ड फ्लू जैसे खतरों से निपटने में कोई समस्या न हो। हालांकि करकानाथ चिकन में किसी परेशानी की उम्मीद नहीं है, लेकिन हम एहतियात बरत रहे हैं।गौरतलब है कि जयपुर, इंदौर और कसरावद में कुछ पक्षियों की मौत हुई है, जिसके कारण सरकार को बर्ड फ्लू की आशंका है, इसलिए पूरे देश में एडवाइजरी जारी की गई है। इसी के चलते झाबुआ के विश्व प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे को सुरक्षित करने की कवायद की जा रही है। काकड़नाथ को एक प्रतिरक्षा बूस्टर खुराक दी जा रही है।
सरकारी सलाह के कारण, न तो कोई पक्षी बाहर से लाया जा रहा है और न ही बाहरी लोगों को केंद्र में प्रवेश मिल रहा है।झाबुआ के कर्णनाथ केंद्र (KVK) के प्रमुख, डॉ। आईएस तोमर ने कहा कि सलाहकार के बाद हम सतर्क हैं। केदारनाथ में हल्दी, विटामिन सी, डी और ई के अलावा एक तरल तरीके से प्रतिरक्षा बूस्टर खुराक के रूप में दिया जा रहा है ताकि बर्ड फ्लू जैसे खतरों से निपटने में कोई समस्या न हो। हालांकि करकानाथ चिकन में किसी परेशानी की उम्मीद नहीं है, लेकिन हम एहतियात बरत रहे हैं।गौरतलब है कि जयपुर, इंदौर और कसरावद में कुछ पक्षियों की मौत हुई है, जिसके कारण सरकार को बर्ड फ्लू की आशंका है, इसलिए पूरे देश में एडवाइजरी जारी की गई है। इसी के चलते झाबुआ के विश्व प्रसिद्ध कड़कनाथ मुर्गे को सुरक्षित करने की कवायद की जा रही है। काकड़नाथ को एक प्रतिरक्षा बूस्टर खुराक दी जा रही है।